मुरैना। मध्य प्रदेश विधानाभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे नेताओं ने आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू कर दी है. इसी आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के बीच गुरुवार को सबलगढ़ विधायक का एक बयान सामने आया है. इसमें विधायक ने पूर्व मंत्री एदल सिंह कंसाना सहित कुछ अन्य जनप्रतिनिधियों पर कांग्रेस में शामिल होने के लिए पार्टी कार्यालय के चक्कर काटने का आरोप लगाया है.
बैजनाथ कुशवाह के बयान से मची खलबलीः जानकारी के अनुसार सबलगढ़ विधानाभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाह ने आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के तहत एक बयान जारी कर चंबल-अंचल की राजनीति में खलबली मचा दी है. विधायक बैजनाथ कुशवाह ने अपनी पार्टी का झंडा बुलंद करते हुए कहा है कि, ''आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में मध्य प्रदेश में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनने वाली है. यह बात बीजेपी नेता भलीभांति जानते हैं. इसी डर से भाजपा नेताओं ने अभी से कांग्रेस ज्वाइन करने की कवायद शुरू कर दी है.''
कुशवाह ने पूर्व मंत्री कंसाना पर लगाया आरोपः कुशवाह ने पूर्व मंत्री एदल सिंह कंसाना पर सत्ता लोलुप होने का आरोप लगाते हुए कहा कि, ''विधानसभा में जिसकी सरकार बनने वाली होती है, एदल सिंह कंसाना उसी पार्टी में सरक जाते हैं. उनको पार्टी से नहीं बल्कि सत्ता से मोह है. इसी मोह के चलते एदल सिंह कंसाना सहित कुछ अन्य जनप्रतिनिधियों ने भाजपा में शामिल होकर कांग्रेस की सरकार गिरा दी थी.'' कांग्रेस से आयात किए गए इन नेताओं की भाजपा में अब दाल नहीं गल रही है. उनको लगातार यही खुटका सता रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आते ही कांग्रेस उनके साथ क्या करेगी. इसी डर से उन्होंने अब भाजपा छोड़कर कंग्रेस में शामिल होने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह के चक्कर लगाना शुरू कर दिया है.