मुरैना। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं की परीक्षा शुरू हो गई है. शनिवार को दूसरा प्रश्नपत्र अंग्रेजी का हुआ, परीक्षा से एक रात पहले ही शुक्रवार की रात सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने का वीडियो वायरल हुआ. सुबह परीक्षा केंद्रों में घुसने से पहले ये पेपर बाहर छात्रों के हाथ में भी नजर आए. बता दें कि इस पेपर का सीरियल नंबर तो सही था, लेकिन पेपर के अंदर की पूरी सामग्री गलत थी. जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि "ये पेपर देखने और सीरियल नंबर के हिसाब से असली था, लेकिन अंदर पूरा गलत था. परीक्षा से छात्रों का ध्यान भटकाने के लिए शरारती तत्वों की ये बड़ी चाल है, इसी वजह से ऐसे पेपरों पर ध्यान न दें."
एमपी 12वीं बोर्ड के परीक्षा का पेपर लीक: जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह की पाली में माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश भोपाल की 12वीं बोर्ड परीक्षा का अंग्रेजी का पेपर था, परीक्षा केंद्रों पर पेपर खुलने से पहले ही यह पेपर बाहर खड़े छात्रों के हाथों में नजर आए. मुरैना जिले के अधिकांश परीक्षा केंद्रों पर लोग इस पेपर को हाथ में लिए खड़े थे, ये पेपर शुक्रवार रात करीब 12 बजे सोशल मीडिया के जरिए वायरल किया गया था. सुबह होते ही सभी बच्चे पढ़ाई छोड़ इस पेपर को सॉल्व करने में जुट गए. कुछ ग्रामीण इलाकों में परीक्षा केंद्र के बाहर खेतों में लोग इसे हल करते हुए दिखे, लेकिन जैसे ही निर्धारित समय पर परीक्षा केंद्रों पर अंग्रेजी का पेपर छात्रों के हाथों में आया सारे बच्चे दंग रह गए.
स्टूडेंट्स का ध्यान भटकाने के लिए किया लीक: पेपर लीक होने की भनक लगते ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों के कान खड़े हो गए, जिला शिक्षा अधिकारी एके पाठक ने तत्काल इस मामले से जिला कलेक्टर को अवगत कराया. इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर शिक्षा विभाग की टीम ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पर्चे का प्रिंट आउट लेकर उसकी पड़ताल शुरू कर दी. सुबह निर्धारित समय पर परीक्षा केंद्र पर पेपर खुलते ही अधिकारियों ने सबसे पहले वायरल हुई पर्चे का मिलान किया. मिलान करने से पता चला कि वायरल हुई पर्चे का सीरियल नंबर U-620 तो सही है, लेकिन उसके अंदर का मटेरियल पूरा गलत है. पेपर के अंदर ओटीपी और अन्य प्रश्न दिए गए थे, वे मूल पेपर से भिन्न थे. पूरी तरह से इसपर कंर्फ्म होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने पूरी जानकारी कलेक्टर को दी. इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली.
बच्चे पढ़ाई पर दें ध्यान: जिला शिक्षा अधिकारी एके पाठक का कहना है कि, "यह किसी ने छात्रों को परीक्षा से भटकाने के लिए किया है. अंग्रेजी का पेपर लीक नहीं हुआ है, इसलिए छात्रों से अपील है कि वे अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रीय करें. इस तरह के पर्चों पर बिल्कुल ध्यान न दें. परीक्षा के समय इस तरह के पेपर अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं, ये पूरी तरह से फर्जी व गलत होते हैं."