मुरैना। जिले में वन विभाग की महिला दबंग अधिकारी श्रद्धा पांढरे की रेत माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई से माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. एसडीओ श्रद्धा पांढरे की कार्रवाई से रेत माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर 10 से अधिक बार हमला भी कर चुके हैं. अब श्रद्धा पांढरे की नजर सरकारी भवन और निजी भवन निर्माण में लगाये जा रहे अवैध चंबल रेत पर है.
वन विभाग की टीम ने शुक्रवार की दोपहर मुरैना शहर में बन रहे महिला पुलिस थाने पर छापेमारी की. वहां भारी मात्रा में चंबल नदी का अवैध रेत मिला. इसी अवैध रेत से पुलिस थाने का निर्माण किया जा रहा था.
महिला थाने में उपयोग हो रहा था चंबल का रेत
एसडीओ श्रद्धा पांढरे दल-बल के साथ सिटी कोतवाली के पीछे बनाये जा रहे महिला थाने पहुंची और थाना निर्माण में उपयोग किए जा रहे रेत की जांच की, तो रेत चंबल नदी का निकला. वन विभाग की टीम ने मौके पर लगभग 20 ट्रॉली रेत के अलावा, मिक्सर मशीन को भी जब्त कर लिया है.
वन विभाग की टीम ने बिल्डिंग निर्माण का काम कर रहे बलवीर सिंह कुशवाह को पूछताछ के लिए बुलाया. उसने बताया कि वह कॉन्ट्रेक्ट पर बिल्डिंग का निर्माण कर रहा है. असल ठेकेदार वनखंडी रोड निवासी मनीष पुत्र ओमप्रकाश कौशिक है, जो रेत, सीमेंट, गिट्टी, लोहा पूरी सामग्री भेजता है.
आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराएंगी एसडीओ
एसडीओ श्रद्धा पांढरे ने पंचनामा में ठेकेदार मनीष कौशिक के अलावा कॉन्ट्रेक्टर बलवीर कुशवाह, पुलिस हाउसिंग विभाग के एसडीओ बृजेश जाटव और सब इंजीनियर निर्भय सिंह पाल को अवैध रेत से निर्माण का दोषी माना है. सभी के खिलाफ FIR दर्ज करायी जाएगी.
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श्रद्धा पांढरे ने राजस्व विभाग की टीम को बुलाया. मौके पर पहुंचे पटवारी पूरन सिंह गुर्जर से जब SDO ने जमीन के बारे में पूछा तो वह कुछ भी नहीं बता पाया. पटवारी ने नक्शा नहीं लाने की बात कही. इस पर एसडीओ ने फटकार लगायी.