मुरैना। जिले की बानमौर थाना पुलिस ने गांजे से भरा ट्रक पकड़ा है. ट्रक में 13 क्विंटल से अधिक गांजा बरामद किया गया है. जिसका बाजार मूल्य दो करोड़ 70 लाख से ज्यादा आंका गया है. पुलिस ने गांजे के साथ दो मुख्य अंतरराज्यीय तस्कर भी दबोच लिए हैं, लेकिन तीन तस्कर भागने में सफल रहे. पुलिस के अनुसार आरोपी इस गांजे को ट्रक में स्टेशनरी के नीचे छुपा कर राजस्थान की ओर ले जा रहे थे. संभवत मध्यप्रदेश में पुलिस द्वारा गांजा जब्ती की ये सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.
तीन करोड़ के करीब का गांजा पकड़ा
एसपी ललित शाक्यवार को मुखबिर से सूचना मिली कि उड़ीसा के कोरोपुर क्षेत्र से गांजा भरकर एक ट्रक राजस्थान की ओर जा रहा है. सूचना मिलने के बाद एसपी ने नेशनल हाईवे-3 पर पुलिस का जाल बिछाया, पुलिस ने घेराबंदी कर बानमौर थाना क्षेत्र के हाईवे से ट्रक नंबर RJ11-जीए-6619 को पकड़ लिया. जब पुलिस ने ट्रक की तलाशी ली तो ट्रक में स्टेशनरी भरी मिली. मुखबिर की सूचना पक्की थी, जब स्टेशनरी को हटाकर चेक किया गया तो नीचे गांजे से भरे प्लास्टिक के बोरे मिले, जिसमें 13 क्विंटल 50 ग्राम गांजा भरा हुआ था,
पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा, तीन भागे
आपको बता दें कि जब पुलिस ने गांजे से भरा ट्रक पकड़ा था तो उसमें से तीन तस्कर कूदकर भाग निकले, लेकिन बानमौर थाना पुलिस ने मुख्य गांजा तस्कर प्रमोद सहित दो लोगों को पकड़ लिया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. दोनों आरोपी राजस्थान धौलपुर जिले के बाड़ी के निवासी बताए जा रहे हैं. इनमें से मुख्य गांजा तस्कर प्रोमद को बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक जब्त किए गए गांजे की कीमत दो करोड़ 70 लाख 90 हजार रुपये आंकी गई है. साथ ही स्टेशनरी के 880 पैकेट जब्त किए गए हैं. जिनकी कीमत 10 लाख रुपये कुल मिलाकर जब्त मशरूका की कीमत 2 करोड़ 95 लाख 90 हजार रुपये आंकी गई है.
स्टेशनरी के नीचे छुपाकर ले जा रहे थे गांजा
उड़ीसा से ट्रक में भरकर लाया गया गांजा को तस्कर स्टेशनरी के नीचे छुपाकर पुलिस की नजरों से राजस्थान की तरफ ले जा रहे थे. जब पुलिस ने ट्रक को पकड़कर तलाशी ली, तो ट्रक में स्टेशनरी मिली.
मध्यप्रदेश, राजस्थान ओर उत्तर प्रदेश में बेचते थे गांजा
एसपी ललित शाक्यवार ने बताया कि ये तस्कर रुपये इकट्ठा करके गांजा खरीदने उड़ीसा जाते हैं. वहां गांजा सस्ते दामों में मिल जाता है. जब ये सभी तस्कर उड़ीसा जाकर गांजा खरीदकर लाते थे. उसके बाद ये तस्कर मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान सहित अपने अपने क्षेत्रों में गांजे को महंगे दामों में बेचते थे. इन तस्करों में से मुख्य तस्कर को पकड़ लिया है.
रैकी कर निकाली जाती है गाड़ी
पुलिस ने बताया कि पूछ्ताछ में आरोपियों ने बताया कि जब गांजे से भरी गाड़ी जब अन्य राज्यों से होकर निकलती है, तो आगे पीछे अन्य गाड़ियों में बैठकर रैकी की जाती है. कहीं आगे पुलिस चेकिंग या कोई नाका तो नहीं है, जिससे उनसे बचा जा सके. रैकी करने वालों को भी तस्कर रुपये देते हैं. इस तस्करी में कई लोग शामिल हैं, जो मादक पदार्थ बेचने वालों से आर्डर के रूप में रुपये एकत्रित कर एक बड़ी रकम गांजे की तस्करी में लगाते हैं.
मुरैना में नशा तस्कर गिरफ्तार, 10 लाख का गांजा जब्त
आपको बता दें कि मुरैना पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में ये दूसरी बड़ी सफलता हासिल की है. 2020 दिसम्बर महीने में पोरसा थाना पुलिस ने एक कंटेनर से 845 किलो गांजा बरामद किया था. जिसकी कीमत डेढ़ करोड़ से अधिक बताई गई है. कंटेनर के साथ 8 तस्करों को भी गिरफ्तार किया था, जिनमें से मुख्य आरोपी श्याम बिहारी शर्मा के द्वारा अवैध संपति से बनाई गए तीन मंजिला मकान को भी धराशायी कर दिया था.