मुरैना। निर्दोष लोगों को केस में झूठा फंसाना पुलिस का प्रचलन बन गया है. पहले इसी तरह से पुलिस राजनीतिक दबाव में एक पक्षीय कार्रवाई करती थी, इससे आहत होकर पीड़ित पक्ष डकैत बन जाता था. आज मुरैना जिले में भी इसी तरह की परिस्थितियां निर्मित हो रही है. यह समाज और लोगों के लिए बहुत ही घातक सिद्ध होगी. पुलिस ने अपनी कार्यशैली में बदलाव नहीं किया, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे. यह बात पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार ने आज एसपी ऑफिस प्रांगण में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही.
मर्डर की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग: जानकारी के अनुसार, गलेथा गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने पूर्व विधायक गजराज सिंह के नेतृत्व में एसपी ऑफिस का घेराव कर एक ज्ञापन ASP रायसिंह नरवरिया को सौंपा. इस ज्ञापन में उन्होंने गलेथा गांव में हुए मर्डर की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है. इस दौरान पूर्व विधायक गजराज सिंह ने कहा कि, "कुछ राजनेता निर्दोष लोगों को केस में झूठा फंसवाने को ही समाजसेवा समझते है. उनका मानना है कि, यही तरीका है, जिससे वे आसानी से अपने समर्थकों की भीड़ खड़ी कर चुनाव जीत सकते हैं, लेकिन जनता सब कुछ जानती है."
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गलेथा गांव हत्याकांड पुलिस की झूठी कार्रवाई का गवाह: पूर्व विधायक गजराज सिंह ने कहा कि," गलेथा गांव हत्याकांड पुलिस की झूठी कार्रवाई का गवाह है. सब जानते है कि, यह हत्या किसने और क्यों की. पुलिस ने हत्याकांड के पूरे 24 घंटे बाद इसमें मामला दर्ज किया. इससे पुलिस की कार्रवाई संदेहास्पद है. यही नहीं पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते दूसरे गांव के 7-8 लोगों को आरोपी बना दिया है. इसलिए इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए. उन्होंने भाजपा पर उंगली उठाते हुए कहा कि, भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच वर्चस्व की जंग चल रही है. इसमें नई भाजपा व पुरानी भाजपा के कार्यकर्ता एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए है. अंत में उन्होंने राजनेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि, संभाल जाओ, वरना इसके परिणाम गभीर होंगे.