ETV Bharat / state

Morena Tiger: बाघ की दहशत से डरे ग्रामीण, कई घंटे तलाशने के बाद भी नहीं मिली बाघ की लोकेशन

मुरैना जिले के नरसिंहपुरा गांव में बाघ की तलाश में कई पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों के साथ फोरेस्ट का अमला 4 घंटे तक बाघ की तलाश में भटकता रहा लेकिन किसी भी हिंसक जीव की लोकेशन नहीं मिली. हालांकि 2 से 3 जगह पगमार्क मिले हैं, लेकिन यह इतने धुंधले हैं कि इससे साबित कर पाना मुश्किल है कि बाघ है या कोई अन्य जानवर. इन फुटमार्क के रिसर्चर सोनू वर्मा ने फोटोग्राफ्स भी लिए. इधर कैलारस क्षेत्र व उसके ईदगिर्द जंगली व बीहड़ इलाके में टाइगर का मूवमेंट ट्रेस करने के लिए नाइट विजन कैमरे लगाने की कवायद भी शुरू हो गई है. (Morena Tiger attacked youth) (Tiger in Morena) (Morena News Hindi) (Morena wild life News)

Morena Tiger News
मुरैना बाघ की तलाश
author img

By

Published : Oct 25, 2022, 10:39 AM IST

Updated : Oct 25, 2022, 11:54 AM IST

मुरैना। जिले के कैलारस क्षेत्र के नरसिंहपुरा गांव में बाघ की आमद और ग्रामीण पर हमले की सूचना पर वन विभाग और WWF के रिसर्चर सोनू वर्मा गांव में पहुंचे. यहां ग्रामीणों के बताए अनुसार उन झाड़ियों को जेसीबी से साफ कराया गया जिनमें बाघ के छिपे होने का डर ग्रामीणों को था. रिसर्चर सोनू वर्मा को कुछ पगमार्क भी मिले हैं, लेकिन वह बहुत धुंधले हैं. जिससे स्पष्ट कर पाना मुश्किल है कि हिंसक जानवर बाघ है या कोई जंगली जानवर.

Morena Tiger News
मुरैना बाघ की तलाश

अब लगेंगे नाइट विजन कैमरे: राजस्थान के रणथंभौर से भी एक बाघ लंबे समय से मिसिंग है. वहां लगे निगरानी कैमरों में उसकी कोई एक्टिविटी नजर नहीं आई है. धौलपुर में चंबल नदी के किनारे विचरण करने वाले T-116 और T-117 से जमें 2 शावक अब ढाई साल के यानि वयस्क हो चुके हैं, इनका मूवमेंट भी पिछले 6 महीने से उनकी टेरेटिरी में नहीं दिखा है. बकौल के ग्रामीणों ने बीहड़ इलाके में बाघ देखा था. ऐसे में रणथंभौर के वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों का मानना है कि, चंबल के बीहड़ में 2 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में इन बाघों ने अपनी नई टेरेटिरी बना ली है.

मुरैना में गांव में घुसकर जंगली जानवर ने किया बच्चे पर हमलाा, ग्रामीणों में दहशत, सर्चिंग में जुटी वन विभाग की टीम

ग्रामीणों को दी गई समझाइश: इस पूरे मामले में DFO स्वरूप दीक्षित का कहना हैं कि, कैलारस क्षेत्र में लंबी सर्चिंग के बाद बाघ के मूवमेंट जैसा कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला. हां कुछ धुंधले पगमार्क जरूर मिले हैं बाघ का मूवमेंट तलाशने हम नाइट विजन कैमरे लगवा रहे हैं. ग्रामीणों को समझाइश दी है कि एहतियात बरतें.

मुरैना। जिले के कैलारस क्षेत्र के नरसिंहपुरा गांव में बाघ की आमद और ग्रामीण पर हमले की सूचना पर वन विभाग और WWF के रिसर्चर सोनू वर्मा गांव में पहुंचे. यहां ग्रामीणों के बताए अनुसार उन झाड़ियों को जेसीबी से साफ कराया गया जिनमें बाघ के छिपे होने का डर ग्रामीणों को था. रिसर्चर सोनू वर्मा को कुछ पगमार्क भी मिले हैं, लेकिन वह बहुत धुंधले हैं. जिससे स्पष्ट कर पाना मुश्किल है कि हिंसक जानवर बाघ है या कोई जंगली जानवर.

Morena Tiger News
मुरैना बाघ की तलाश

अब लगेंगे नाइट विजन कैमरे: राजस्थान के रणथंभौर से भी एक बाघ लंबे समय से मिसिंग है. वहां लगे निगरानी कैमरों में उसकी कोई एक्टिविटी नजर नहीं आई है. धौलपुर में चंबल नदी के किनारे विचरण करने वाले T-116 और T-117 से जमें 2 शावक अब ढाई साल के यानि वयस्क हो चुके हैं, इनका मूवमेंट भी पिछले 6 महीने से उनकी टेरेटिरी में नहीं दिखा है. बकौल के ग्रामीणों ने बीहड़ इलाके में बाघ देखा था. ऐसे में रणथंभौर के वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों का मानना है कि, चंबल के बीहड़ में 2 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में इन बाघों ने अपनी नई टेरेटिरी बना ली है.

मुरैना में गांव में घुसकर जंगली जानवर ने किया बच्चे पर हमलाा, ग्रामीणों में दहशत, सर्चिंग में जुटी वन विभाग की टीम

ग्रामीणों को दी गई समझाइश: इस पूरे मामले में DFO स्वरूप दीक्षित का कहना हैं कि, कैलारस क्षेत्र में लंबी सर्चिंग के बाद बाघ के मूवमेंट जैसा कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला. हां कुछ धुंधले पगमार्क जरूर मिले हैं बाघ का मूवमेंट तलाशने हम नाइट विजन कैमरे लगवा रहे हैं. ग्रामीणों को समझाइश दी है कि एहतियात बरतें.

Last Updated : Oct 25, 2022, 11:54 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.