मुरैना। जिले की अंबाह थाना पुलिस ने लंबी जांच पड़ताल के बाद शनिवार को ऑनर किलिंग मामले में लड़की के पिता, दादा, चाचा और सगे भाई के खिलाफ मामला दर्ज कर हवालात में बंद कर दिया है. पुलिस अधिकारीयों का कहना है कि "आरोपियों ने प्रेमी-प्रेमिका की पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शव चंबल में बहा दिए है." इस मामले में मृतक युवक के भाई ने पुलिस अधिकारी कर्मचारियों पर लाखों रुपए रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं. इस मामले में अब अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं.
लड़की के मां का पति पर आरोप: जानकारी के अनुसार अंबाह थाना क्षेत्र की हद में आने वाले रतन बसई गांव में पिछले 15 दिन पहले एक प्रेमी जोड़े की हत्या का मामला सामने आए था. इसमें मृतक प्रेमी का नाम राधेश्याम तोमर और प्रेमिका का नाम शिवानी तोमर बताया गया था. पुलिस ने इस मामले में लड़की के पिता राजपाल तोमर और चाचा पप्पू तोमर को उठाकर पूछताछ की तो उन्होंने प्रेमी जोड़े की हत्या कर शव चंबल में फेंकने की बात स्वीकार की थी. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने SDRF की मदद से चंबल में रेस्क्यू कर प्रेमी जोड़े के शव की काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा. इसके बाद पुलिस ने लड़की की मां, सगे भाई और ममेरे भाई से पूछताछ की तो इस मामले ने एक नया मोड़ ले लिया. लड़की मां ने पुलिस पूछताछ में बताया कि राधेश्याम की हत्या करने के बाद हमने लड़की को मामा के घर भेज दिया था. यहां से 3-4 दिन बाद उसका पति राजपाल बेटी को यह कहकर अपने साथ ले आया कि वह शिवानी को बुआ के घर भेज रहा है. इस दौरान लड़की का ममेरा भाई भी साथ आया था. चंबल के कुथियाना घाट पर उसके पति राजपाल ने बेटी से मारपीट करने के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी और शव चंबल में बहा दिया. SDOP परमाल सिंह मेहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि "ऑनर किलिंग मामले में लंबी जांच पड़ताल के बाद लड़की के पिता राजपाल तोमर उसके भाई, बाबा और चाचा के विरुद्ध गुमशुदगी जांच पर से हत्या का मामला दर्ज किया है.
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लड़के के भाई ने पुलिस पर लगाया आरोप: ऑनर किलिंग मामले में मृतक राधेश्याम के बड़े भाई घनश्याम तोमर ने रविवार को पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए सनसनी फैला दी है. घनश्याम का आरोप है कि मई के महीने में जब पहली बार राधेश्याम और शिवानी घर से भागे थे, इस समय पुलिस उनको ढूंढ़ते हुए उसके घर पहुंची. यहां पर पुलिस ने महिलाओं को उठाने की धमकी देते हुए 50 हजार रुपए की डिमांड की थी. पुलिस की धमकी से डरकर उन्होंने 49100 रुपए नगद और 900 रुपए थाने के दीवान वीरेन्द्र गुर्जर के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करके दिए थे. इसके दूसरे दिन उसने खुद राधेश्याम और शिवानी को पुलिस के हवाले किया था. घनश्याम का कहना है कि केस कमजोर होता देख लड़की के परिजनों ने भी थाने में पैसे भर दिए. पुलिस ने दोनों ओर से पैसे खाए हैं. थाने में टीआई से लेकर सिपाही तक पैसा बटा है. इसलिए पुलिस ने तत्काल इस मामले के कोई ठोस कार्रवाई नहीं की वर्ना दोनों की जान बच जाती. SDOP परमाल सिंह मेहरा का कहना है कि "जांच पड़ताल के बाद रविवार को लड़की के पिता सहित 4 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. लड़के के बड़े भाई ने पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है उसकी जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.