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रेत माफियाओं में खौफ बनाने वाली SDO का तीन महीने में ट्रांसफर, लेडी सिंघम पांढरे का था बड़ा प्लान, जानें

मुरैना में रेत माफियाओं में खौफ पैदा करने वाली वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढरे का मात्र तीन महीने में ट्रांसफर करा दिया गया. तीन महीने में महिला अधिकारी ने 80 से अधिक वाहन पकड़े थे.

sdo shraddha pandhere
एसडीओ श्रद्धा पांढरे.
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Published : Jul 15, 2021, 7:58 PM IST

Updated : Jul 15, 2021, 8:05 PM IST

मुरैना। जिले में लगभग पिछले तीन महीने से रेत माफिया और वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढरे के बीच चली आ रही लड़ाई का गुरुवार को अंत हो गया है. रेत माफियाओं के राजनीतिक आकाओं ने आखिरकार एसडीओ का ट्रांसफर करवा दिया है.

ट्रांसफर के साथ अब लोगों में एक बार फिर से चर्चा आम है, जो मुरैना में रेत माफिया के आगे सरकार प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से नतमस्तक हो चुकी है. यही वजह है कि आईपीएस से लेकर कई पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी अपनी जानभी दे चुके हैं, पर रेत माफिया पर काबू पाना किसी के बस में नहीं है.

तीन महीने में महिला अधिकारी ने 80 से अधिक वाहन पकड़े थे.

रेत माफियाओं में कायम कर दिया था खौफ
जिले में तीन महीने पहले वन विभाग में एसडीओ के पद पर आईं श्रद्धा पांढरे ने पहली बार रेत माफियाओं में खौफ कायम किया. उनके द्वारा लगातार कार्रवाई की जाती रही है. इसमें लगभग 80 से ज्यादा वाहनों को जब्त किया गया. इन कार्रवाइयों के चलते रेत माफियाओं ने भी एसडीओ और उनकी टीम पर एक दर्जन से अधिक बार जानलेवा हमले किए.

तीन महीने में कराया ट्रांसफर
हमले के बाद भी महिला अधिकारी ने हार नहीं मानी और वो लगातार रेत माफियाओं पर कार्रवाई करती रहीं. यही वजह रही कि कई नेताओं ने भी एसडीओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उनकी शिकायतें शुरू कर दी. जब उन्होंने देखा कि एसडीओ किसी भी बात से नहीं डर रही हैं, तो तीन महीने में ही उनका ट्रांसफर करवा दिया.

राजघाट पर बड़ी कार्रवाई का था प्लान
ट्रांसफर पर एसडीओ ने साफ कहा कि अब वो जहां भी रहेंगी, वहां अपना काम करेंगी. उन्होंने कहा कि अगर मेरा ट्रांसफर नहीं होता, तो जल्द टास्क फोर्स के साथ मिलकर चंबल नदी के राजघाट पर बड़ी कार्रवाई करने का प्लान था. उससे पहले ही मेरा ट्रांसफर कर दिया गया.

अजब MP की गजब पुलिस: जब्त रेत से बन रही थी थाने की बिल्डिंग, अगले ही दिन हो गई चोरी, SDO से TI बोले- ये मेरी ड्यूटी नहीं

तीन महीने में 80 से अधिक वाहन पकड़े
गौरतलब है कि वन विभाग की दबंग महिला अधिकारी श्रद्धा पांढरे का स्थानांतरण शासन ने मुरैना के लिए एक अप्रैल 2021 को किया था. उन्होंने मुरैना के देवरी चंबल अभ्यारण में 12 अप्रैल को SDO के पद पर अपना पदभार ग्रहण किया. पदभार ग्रहण करने के बाद श्रद्धा पांढरे ने चंबल में रेत माफिया और खनन माफिया के खिलाफ लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई करना शुरू कर दिया.

तीन महीने के कार्यकाल में पकड़े ये वाहन पकड़े

अवैध खनन से भरा वाहनवाहन संख्या
रेत से भरे टैक्टर ट्रॉली45
पत्थर से भरे टैक्टर ट्रॉली24
जेसीबी मशीन 01
रेत से भरे ट्रक 02
पत्थर से भरे ट्रक05
लकड़ी से भरी टैक्टर ट्रॉली02
लकड़ी से भरी पिकअप गाड़ी02
जड़ी बूटियों से भरी टैक्टर ट्रॉली01
माफिया का सहयोग करने वालो की बाइक 07
सहयोग करने वाली स्कार्पियो गाड़ी01

मुरैना। जिले में लगभग पिछले तीन महीने से रेत माफिया और वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढरे के बीच चली आ रही लड़ाई का गुरुवार को अंत हो गया है. रेत माफियाओं के राजनीतिक आकाओं ने आखिरकार एसडीओ का ट्रांसफर करवा दिया है.

ट्रांसफर के साथ अब लोगों में एक बार फिर से चर्चा आम है, जो मुरैना में रेत माफिया के आगे सरकार प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से नतमस्तक हो चुकी है. यही वजह है कि आईपीएस से लेकर कई पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी अपनी जानभी दे चुके हैं, पर रेत माफिया पर काबू पाना किसी के बस में नहीं है.

तीन महीने में महिला अधिकारी ने 80 से अधिक वाहन पकड़े थे.

रेत माफियाओं में कायम कर दिया था खौफ
जिले में तीन महीने पहले वन विभाग में एसडीओ के पद पर आईं श्रद्धा पांढरे ने पहली बार रेत माफियाओं में खौफ कायम किया. उनके द्वारा लगातार कार्रवाई की जाती रही है. इसमें लगभग 80 से ज्यादा वाहनों को जब्त किया गया. इन कार्रवाइयों के चलते रेत माफियाओं ने भी एसडीओ और उनकी टीम पर एक दर्जन से अधिक बार जानलेवा हमले किए.

तीन महीने में कराया ट्रांसफर
हमले के बाद भी महिला अधिकारी ने हार नहीं मानी और वो लगातार रेत माफियाओं पर कार्रवाई करती रहीं. यही वजह रही कि कई नेताओं ने भी एसडीओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उनकी शिकायतें शुरू कर दी. जब उन्होंने देखा कि एसडीओ किसी भी बात से नहीं डर रही हैं, तो तीन महीने में ही उनका ट्रांसफर करवा दिया.

राजघाट पर बड़ी कार्रवाई का था प्लान
ट्रांसफर पर एसडीओ ने साफ कहा कि अब वो जहां भी रहेंगी, वहां अपना काम करेंगी. उन्होंने कहा कि अगर मेरा ट्रांसफर नहीं होता, तो जल्द टास्क फोर्स के साथ मिलकर चंबल नदी के राजघाट पर बड़ी कार्रवाई करने का प्लान था. उससे पहले ही मेरा ट्रांसफर कर दिया गया.

अजब MP की गजब पुलिस: जब्त रेत से बन रही थी थाने की बिल्डिंग, अगले ही दिन हो गई चोरी, SDO से TI बोले- ये मेरी ड्यूटी नहीं

तीन महीने में 80 से अधिक वाहन पकड़े
गौरतलब है कि वन विभाग की दबंग महिला अधिकारी श्रद्धा पांढरे का स्थानांतरण शासन ने मुरैना के लिए एक अप्रैल 2021 को किया था. उन्होंने मुरैना के देवरी चंबल अभ्यारण में 12 अप्रैल को SDO के पद पर अपना पदभार ग्रहण किया. पदभार ग्रहण करने के बाद श्रद्धा पांढरे ने चंबल में रेत माफिया और खनन माफिया के खिलाफ लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई करना शुरू कर दिया.

तीन महीने के कार्यकाल में पकड़े ये वाहन पकड़े

अवैध खनन से भरा वाहनवाहन संख्या
रेत से भरे टैक्टर ट्रॉली45
पत्थर से भरे टैक्टर ट्रॉली24
जेसीबी मशीन 01
रेत से भरे ट्रक 02
पत्थर से भरे ट्रक05
लकड़ी से भरी टैक्टर ट्रॉली02
लकड़ी से भरी पिकअप गाड़ी02
जड़ी बूटियों से भरी टैक्टर ट्रॉली01
माफिया का सहयोग करने वालो की बाइक 07
सहयोग करने वाली स्कार्पियो गाड़ी01
Last Updated : Jul 15, 2021, 8:05 PM IST
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