मुरैना। जिला अस्पताल में कार्यरत 200 से अधिक नर्सों ने सोमवार को अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान नर्सों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा और सभी नर्सों ने काली पट्टी बांधकर काम किया. नर्सों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी.
- सीएम शिवराज को भेजा ज्ञापन
मुरैना के जिला अस्पताल की 200 से अधिक नर्सों ने मुख्यमंत्री शिवराज के अलावा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव, कमिश्नर स्वास्थ्य सेवाएं, कलेक्टर मुरैना, सीएमएचओ, सिविल सर्जन समेत अन्य के नाम 7 सूत्री मांगो को लेकर ज्ञापन भेजा है. नर्सों के जानकारी दी की वह मंगलवार को 2 घंटे के लिए विरोध-प्रदर्शन पर रहेंगी. इस दौरान नर्सिंग स्टाफ कोई काम नहीं करेगा.
यह आज हमारी कोई हड़ताल नहीं है, मेडिकल कॉलेज में जो सीनियर नर्सिंग स्टाफ है वो हड़ताल कर रहे हैं और हम सभी जमा होकर उनका समर्थन कर रहे हैं. हम काला रिबन बांधकर सरकार को बताना चाहते हैं कि हमारे साथ भेदभाव हो रहा है. 2020-2021 के बाद एमपी में जितनी भी नर्सिंग स्टाफ की पोस्टिंग हुई है उनका वेतन 70-80-90 प्रतिशत के हिसाब से दिया जा रहा है, जोकि बहुत गलत है. इससे पहले जो भी स्टाफ नर्स की पोस्टिंग होती थी उन्हें 100% वेतन मिलता था.
...नर्स मुरैना जिला अस्पताल
- हड़ताल से परेशान होते मरीज
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में पहले जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल की थी. जिसने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर बुरा प्रभाव डाला था. इसके बाद अब नसिंग स्टाफ की हड़ताल से मरीजों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.