मुरैना। बहुप्रतीक्षित मांग अब जल्द पूरी होने जा रही है. क्योंकि मुरैना शहर को चंबल नदी से पीने के लिए पानी मिलने की औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं. अब टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जो जल्द ही चंबल नदी से मुरैना शहर में पानी प्रदाय करने का काम पूरा करेगी. किस कार्य को वन विभाग और बर्ड लाइफ सेंचुरी की सैद्धांतिक मंजूरी के बाद राज्य सरकार द्वारा बजट आवंटित कर दिया गया है और नगर निगम ने टेंडर आमंत्रित करना शुरू कर दिया है.
ग्वालियर और मुरैना शहर को चंबल नदी से पीने का पानी मिले, यह मांग लंबे समय से उठाई जा रही थी. जिसे लेकर राजनीतिक दलों ने भी सरकारों से मांग कर इस काम को गति देने पर जोर दिया था, और कई बार यह मुरैना और ग्वालियर में चुनावी मुद्दा भी रहा था. केंद्रीय मंत्री और मुरैना सांसद नरेंद्र सिंह तोमर ने वन विभाग और बाढ़ लाइफ से अनापत्ति दिलाने में रुचि ली और उसका परिणाम आया, कि अब चंबल नदी से मुरैना शहर को पेयजल प्रदाय करने के लिए सिद्धांत एक मंजूरी मिल गई. यही नहीं इस मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने भी पानी सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए आवश्यक धनराशि 350 करोड़ रुपये भी स्वीकृत कर दी.
कलेक्टर मुरैना की अध्यक्षता में नगर निगम के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई. जिसमें टेंडर प्रक्रिया पूरी करने और उसमें निविदा आमंत्रण के लिए नियम, शर्तें तैयार करने संबंधी चर्चा की गई. ताकि जल्द से जल्द गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरा हो सके और मुरैना शहर को जल्द पेयजल समस्या से निजात मिले और पीने के लिए चंबल नदी का पानी मिले.
नगर निगम मुरैना ने चंबल नदी से पाइप लाइन बिछाकर मुरैना शहर को पानी प्रदाय करने और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए सरकार द्वारा प्रदान किए गए 350 करोड़ की राशि मिलने के बाद काम को मूर्त रूप देने के लिए निविदा आमंत्रित की है. ताकि निगम की निर्धारित शर्तों के मुताबिक गुणवत्तापूर्ण कार्य समय सीमा में कार्य करने वाली एजेंसियों से निविदाएं आमंत्रित की हैं.