इंदौर: पुलिस कमिश्नर ने पिछले दिनों इंदौर के पढ़रीनाथ थाने का निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने थाने पर पदस्थ थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों से जब बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की विभिन्न धाराओं के बारे में जानकारी ली, तो थाना प्रभारी सहित कई पुलिसकर्मी धाराओं की जानकारी नहीं दे पाए. साथ ही थाने का कामकाज भी कुछ गड़बड़ लगा. जिसके चलते पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी सहित थाने पर पदस्थ पुलिसकर्मियों को अनूठी सजा से दंडित किया है. सजा के तहत पहले पुलिसकर्मियों को कानून से संबंधित परीक्षा पास करनी होगी. उसके बाद उन्हें एक बार फिर थाने पर पदस्थ किया जाएगा. जिसके चलते अब वह परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं.
अचानक पंढरीनाथ थाने पहुंच गए पुलिस कमिश्नर
सोमवार देर रात इंदौर पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह अचानक से पंढरीनाथ थाने पहुंच गए. इसके बाद थाने के स्टाफ में हड़कंप मच गया. संतोष सिंह जब थाने पहुंचे तो उन्होंने न केवल स्टाफ से पूछताछ की बल्कि उनके रूटीन के बारे में भी जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने रिकॉर्ड देखा तो पता चला कि वह ठीक तरह से मेंटेन ही नहीं था, इस पर उन्होंने फटकार लगाई. पुलिस कमिश्नर ने निरीक्षण के दौरान कुछ पुलिस जवानों से बीएनएस की नई धाराएं भी पूछ लीं, तो पुलिस जवान उसका जवाब ही नहीं दे पाए. इसके अलावा कुछ पुलिस जवानों को तो सॉफ्टवेयर का उपयोग करने में ही परेशानी आ रही थी.
पुलिसकर्मियों को लिया लाइट अटैच
इस पर पुलिस कमिश्नर ने हिदायत दी कि वे सॉफ्टवेयर को सीख लें. थाने में और भी कई कमियां देखकर उन्होंने पुलिस जवानों पर जमकर नाराजगी जाहिर की. इसके बाद उन्होंने थाना प्रभारी कपिल शर्मा सहित थाने के 15 अधिनस्थ कर्मचारियों को डीसीपी कार्यालय जोन-4 में अटैच करने के आदेश दे दिए. 3 दिन तक इन सभी को थाने से संबंधित अलग-अलग कार्यों का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं और इन पुलिसकर्मियों को बंद हाल में परीक्षा देना है. परीक्षा पास होने के लिए 50 प्रतिशत अंक लाना भी जरुरी है. अगर फेल हो गए तो वापस से परीक्षा देना पड़ेगी.
3 दिन चली ट्रेनिंग, डीसीपी और एसीपी को जिम्मेदारी
वहीं, पुलिस कमिश्नर ने बीट सिस्टम में काफी मुस्तैद रहने के लिए कहा है. साथ ही ये भी बताया कि खास तौर पर रात के समय आने वाली शिकायतों को लेकर तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए. इसके अलावा अपने थाना क्षेत्र में हर गतिविधि पर नजर बनाए रखने के भी निर्देश दिए हैं. 3 दिन की ट्रेनिंग में भी इन्हीं सब पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर, एडीसीपी, डीसीपी और एसीपी अधिकारी नजर बनाए रखे हुए हैं. इनकी तैयारियों की जिम्मेदारी डीसीपी और एसीपी को दी गई है.
परीक्षा हाल में ड्यूटी करेंगे आला अधिकारी
पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद पुलिसकर्मियों के लिए बाकायदा तीन अलग-अलग सेट में डीसीपी ऋषिकेश मीणा ने पेपर तैयार किए हैं. एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह ने पेपर सलेक्ट किया है और एडीसीपी आनन्द यादव और एसीपी हेमंत चौहान परीक्षा हाल में ड्यूटी करेंगे. ताकि परीक्षा दे रहे पुलिसकर्मी नकल न कर सकें.
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50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य
कुल 50 प्रश्नों का पेपर होगा. ऑब्जेक्टिव के साथ 200 शब्दों में जवाब लिखने वाले प्रश्न भी होंगे. 50 प्रतिशत अंक लाना जरूरी हैं. डीसीपी जोन ऑफिस को परीक्षा केंद्र बनाया है. शुक्रवार शाम को 2 घंटे की परीक्षा होगी. एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह फ्लाइंग स्कॉट टीम के अधिकारी हैं, जो कभी भी परीक्षा केंद्र की जांच कर सकते हैं. 12 वीं के बोर्ड एग्जाम की तरह परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी से भी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी निगरानी रखेंगे. हालांकि पुलिस कमिश्नर के अनोखी सजा के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है कि अगला नंबर किस थाने का होगा. लेकिन सजा के बाद पुलिसकर्मी BNS की नई धारा के बारे में पढ़ने जरूर लग गए हैं.