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चंबल के किसानों के लिए खुशखबरी, अब सरसो का ये बीज बनाएगा मालामाल !

मुरैना कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिकों ने सरसों की औसत पैदावार बढ़ाने और किसानों को समृद्ध बनाने की दृष्टि से उन्नत किस्म के बीज 'राज विजय' की खोज की है.

discovered improved mustard seed
चंबल-अंचल के किसानों के लिए खुशखबरी
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Published : Jan 14, 2020, 5:00 AM IST

Updated : Jan 14, 2020, 7:48 AM IST

मुरैना। चम्बल-अंचल के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. अब सरसों उत्पादन करने वाले किसान और अधिक उत्पादन कर खेती को लाभ का धंधा बना सकते हैं. मुरैना कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने सरसों की उन्नत किस्म के बीज तैयार किये हैं, जो अब सरसों उत्पादन की औसत पैदावार को बढ़ाएंगे.

चंबल-अंचल के किसानों के लिए खुशखबरी

राज विजय नामक बीज से वर्तमान में पैदा होने वाले बीज की तुलना में 4-5 क्विंटल पैदावार ज्यादा होगी. मतलब दूसरी किस्मों की सरसों बीज बोने पर एक हेक्टेयर में 10 से 12 क्विंटल औसत पैदावार होती थी, लेकिन उन्नत किस्म के बीज राज विजय की बौवनी करने पर एक हेक्टेयर में18 से 20 क्विंटल सरसों का औसत उत्पादन होगा.

जमीन-लागत पहले जितनी, फायदा होगा ज्यादा
इस तरह किसानों को उतनी ही जमीन में बोवनी करने पर और उतनी ही लागत लगाने पर अधिक आय प्राप्त हो सकेगी. कृषि विज्ञान केंद्र में शोध कर वैज्ञानिकों ने इस बीज को भोपाल से प्रमाणित भी कर लिया है. राज विजय नामक सरसो बीज आने वाली रबी की फसल की बुवाई के समय किसानों को आसानी से बाजार में उपलब्ध हो सकेगा.

मुरैना। चम्बल-अंचल के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. अब सरसों उत्पादन करने वाले किसान और अधिक उत्पादन कर खेती को लाभ का धंधा बना सकते हैं. मुरैना कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने सरसों की उन्नत किस्म के बीज तैयार किये हैं, जो अब सरसों उत्पादन की औसत पैदावार को बढ़ाएंगे.

चंबल-अंचल के किसानों के लिए खुशखबरी

राज विजय नामक बीज से वर्तमान में पैदा होने वाले बीज की तुलना में 4-5 क्विंटल पैदावार ज्यादा होगी. मतलब दूसरी किस्मों की सरसों बीज बोने पर एक हेक्टेयर में 10 से 12 क्विंटल औसत पैदावार होती थी, लेकिन उन्नत किस्म के बीज राज विजय की बौवनी करने पर एक हेक्टेयर में18 से 20 क्विंटल सरसों का औसत उत्पादन होगा.

जमीन-लागत पहले जितनी, फायदा होगा ज्यादा
इस तरह किसानों को उतनी ही जमीन में बोवनी करने पर और उतनी ही लागत लगाने पर अधिक आय प्राप्त हो सकेगी. कृषि विज्ञान केंद्र में शोध कर वैज्ञानिकों ने इस बीज को भोपाल से प्रमाणित भी कर लिया है. राज विजय नामक सरसो बीज आने वाली रबी की फसल की बुवाई के समय किसानों को आसानी से बाजार में उपलब्ध हो सकेगा.

Intro:चम्बल अंचल के किसानो के लिए एक अच्छी खबर आ आ रही है । अब सरसो उत्पादन करने वाले किसान और अधिक उत्पादन लेकर खेती को लाभ का धंधा बना सकते है । मुरेना कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिको ने सरसो की उन्नत किस्म के बीज तैयार किये है जो अब किसानों के सरसो उत्पादन की औसत पैदावार को बढ़ा कर किसानों की समृद्धि का रास्ता खोलेगी ।


Body:जादू कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिकों ने सांसों की औसत पैदावार बढ़ाने और किसानों को समृद्ध बनाने की दृष्टि से उन्नत किस्म के बीज राज विजय की खोज की है जोकि वर्तमान में पैदा होने वाली बीज की तुलना में 3 से 4 क्विंटल परफेक्ट अमित पैदा होगी यानी कि वर्तमान अन्य किस्मों की सरसों बीज बोने पर एक हेक्टेयर में 10 से 12 कुंटल औसत पैदावार होती थी लेकिन नए उन्नत किस्म के राज विजय सरसो बीज की बोवनी होने पर 18 से 20 क्विटलल सरसो का औसत उत्पादन होगा। इस तरह किसानों को उतनी ही जमीन में बोवनी करने पर और उतनी ही लागत लगाने पर अधिक आय प्राप्त हो सकेगी ।


Conclusion:मुरेना के कृषि विज्ञान केंद्र में शोध कर वैज्ञानिको ने इस बीज को भोपाल से प्रमाणित भी कर लिया है , राज विजय नामक सरसो बीज आने वाली रवी की फसल की बुवाई के समय किसानों को आसानी से बाजार में उपलब्ध हो सकेगा ।

बाईट 1 - डॉ . जेसी गुप्ता , कृषि वैज्ञानिक , आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र मुरैना ।
Last Updated : Jan 14, 2020, 7:48 AM IST
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