मुरैना। बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि केंद्र की जैसे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार से बदला लिया था, वैसे ही कांग्रेस सरकार से बदला लिया जाएगा.
मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी के साथ गठबंधन करने से साफ इनकार किया है. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को सामंतवादी सरकार करार किया. उन्होंने कहा कि ये सरकार उद्योगपति और व्यापारियों को फायदा पहुंचाने वाली सरकार बताया है. मायावती ने बीजेपी सरकार पर पिछड़े वर्ग, दलित वर्ग और गरीब शोषित वर्ग की उपेक्षा का आरोप भी लगाया है.
मायावती ने मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा जनता से वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 10 दिन में ऋण माफी का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है, ना ही किसी बेरोजगार को रोजगार मिला है. मायावती ने कहना है कि अगर केंद्र में बसपा सरकार बनी तो 6 हजार रुपये महीने या 72 हजार रुपये साल नहीं देंगे, बल्कि हर बेरोजगार को रोजगार देने का प्रयास करेंगे, जिससे समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाए.
बता दें कि पूर्व बसपा के उम्मीदवार लोकेंद्र सिंह राजपूत समझौता कर कांग्रेस में शामिल हो गए. जिससे मायावती खासा नाराज नजर आई. सभा को संबोधित करते हुए मायावती ने दलित मतदाताओं से बसपा को वोट देने की अपील की. मेला ग्राउंड में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बसपा प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना, भिंड संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी और ग्वालियर संसदीय सीट से महिला प्रत्याशी भी मौके पर मौजूद थी.