मुरैना: कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने स्थानीय विधायकों के साथ जहरीली शराब कांड में मृत लोगों के परिवारों से जाकर मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने सांत्वना देते हुए कहा, इस सरकार से हर संभव मदद दिलाने के लिए काम किया जाएगा. लाखन सिंह ने इस जहरीली शराब के कारोबार में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष और प्रशासन के संरक्षण में चलने की बात भी कही. मुख्यमंत्री को इनके खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए, क्योंकि उन्होंने जितनी सजा इन ग्रामीणों को दी है. उसके लिए अगर यह फांसी पर भी चढ़ाया जाए तो भी कम है.
लाखन सिंह ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा जहरीली शराब से जुड़े घटनाक्रम को लेकर कोई भी बयान ना देने को दुखद बताया और कहा कि देश के शीर्ष पांच नेताओं में शामिल हैं. साथ ही मुरैना के क्षेत्रीय सांसद भी हैं, ऐसी स्थिति में उनकी जवाबदारी बनती है कि वह पीड़ित परिवारों का हालचाल जानने है. लेकिन आज तक उनके द्वारा इस घटना से संबंधित कोई भी बयान न देना दुखद बात है.
![Lakhan Singh Yadav meets family of dead in poisonous liquor scandal in morena](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-mor-04-lakhan-singh-yadav-avb-mp10057_15012021204021_1501f_03287_1047.jpg)
पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता की हमदर्दी लेने के लिए कलेक्टर और एसपी एवं आबकारी अधिकारी को हटा दिया है. इससे अवैध शराब का कारोबार रुकने वाला नहीं है. अगर मुख्यमंत्री इमानदारी से कार्रवाई करना चाहते हैं, तो इन कारोबारियों के साथ-साथ इन को संरक्षण देने वाले लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए चाहे वह प्रशासन के व्यक्ति हो या फिर राजनेता हो.
निकाय चुनाव तय समय पर होते तो गांवों में होता लाशों का मंजर
कांग्रेस नेताओं ने इस बात पर भी चिंता जताई कि अगर नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव तय समय पर होते तो केवल छैरा गांव और मानपुर में ही नहीं हर गांव में लाशों के मंजर विषय होते. क्योंकि, इतना बड़ा जखीरा चुनाव की तैयारी को लेकर इकट्ठा किया गया था, ताकि पूरे चुनाव में अवैध शराब का कारोबार जारी रह सके यह सामान्य वह गांव में बेचने के लिए लाई गई या बनाई गई शराब नहीं थी.