मुरैना। माध्यमिक स्कूल की प्रधान अध्यापिका के कृत्य से पूरा शिक्षा विभाग शर्मसार है. संकुल प्राचार्य ने संबंधित प्रधान अध्यापिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के लिए प्रस्ताव विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा है. हालांकि इस संबंध में 3 दिन बाद भी अधिकारियों ने कोई निर्णय नहीं लिया है, जोकि न केवल शिक्षिका का मनोबल बढ़ाता है, बल्कि शिक्षकों की गरिमा को छात्र, छात्राओं सहित पालकों के बीच धूमिल किया जा रहा है.
कोरोना संक्रमण के कारण सभी शैक्षणिक संस्थाएं शासन द्वारा बंद कर दी गई हैं, लेकिन छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के नुकसान और समय की बर्बादी से बचाने के लिए शासन ने ऑनलाइन एजुकेशन शुरू किया है. जिसके तहत दूरदर्शन पर छात्र-छात्राओं के लिए विभिन्न कक्षाओं की विषय वार शैक्षणिक क्लास लगाई जा रही है, वहीं शासन ने वीडियो कंटेंट के माध्यम से भी पढ़ाई कराने का निर्णय लिया और ये वीडियो कंटेंट संबंधित कक्षा के छात्र-छात्राओं को व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजे जाते हैं और किसी भी तरह की शंका समाधान के लिए व्हाट्सएप पर ही लिखित जवाब सवाल संबंधित विषय के छात्र और शिक्षकों के बीच किए जाते हैं.
इसी क्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल मुरैना गांव संकुल के तहत आने वाले शासकीय माध्यमिक स्कूल मुंगावली की प्रधान अध्यापिका सहित संकुल केंद्र के 14 माध्यमिक स्कूल के शिक्षक और छात्र-छात्राएं शासन के निर्देशानुसार बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े हैं, जिन्हें विभाग द्वारा विषय वार कंटेंट के वीडियो उपलब्ध कराया जाता है और उन वीडियो को संकुल के ग्रुपों में भेजा जाता है, ताकि सभी छात्र छात्राएं इनमें देखकर अपनी पढ़ाई कर सकें. बहुत से छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जिनके पास खुद के मोबाइल नहीं है. वह अपने माता-पिता के मोबाइल का उपयोग करते हैं.
शासकीय माध्यमिक विद्यालय के छात्रों के लिए संकुल स्तर पर डीआईजीआईएलआईपी 191, सी 8 एमआरएनजीए ग्रुप बनाया गया था. इस ग्रुप में शासकीय माध्यमिक विद्यालय मुंगावली की प्रधानाध्यापिका ने दिनांक 7 अगस्त की रात में डीआईजीआईएलआईपी 191 ग्रुप में आपत्तिजनक वीडियो और कंटेंट डाल दिया था, जिन्हें सुबह अनेक छात्र-छात्राओं और उनके माता पिता ने देखे, मामला बढ़ता देख इसकी जानकारी संकुल प्राचार्य को दी गई. जिसके बाद संकुल प्राचार्य ने अश्लील वीडियो और आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर प्राचार्य ने ग्रुप को डिलीट कर दिया.