मुरैना। चंबल की पहचान भले ही बागी-बीहड़ के तौर पर होती है, लेकिन राजनीति में भी इस अंचल का खासा दखल है. बीजेपी ने मुरैना से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उम्मीदवार बनाया तो एक झटके में बीजेपी के पूर्व विधायाक गजराज सिंह सिकरवार का सपना चूर-चूर हो गया और जल्दबाजी में उन्होंने तोमर को बाहरी बता दिया, पर जैसे ही उन्हें इसका भान हुआ, झट से उन्होंने यू-टर्न ले लिया.
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गजराज सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का राजनीतिक करियर ग्वालियर से शुरू हुआ है, पर अब वे मुरैना के नेता हैं, वे 2009 में मुरैना से सांसद बने थे, जबकि 2014 में पार्टी ने उन्हें ग्वालियर से टिकट दिया था. उन्होंने मुरैना के बाद ग्वालियर से भी जीत दर्ज की है, इस बार फिर पार्टी ने तोमर को मुरैना से प्रत्याशी बनाया है.
मुरैना लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को टिकट मिलने पर बीजेपी के पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार ने एक बयान में तोमर को मुरैना सीट के लिए बाहरी बताया था. उनका ये बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा था क्योंकि गजराज सिंह खुद पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और तीन बार सुमावली से विधायक रहें हैं, दूसरा उनका पूरा परिवार बीजेपी में है. ऐसे में बीजेपी के कद्दावर नेता का विरोध करना कहीं न कहीं बीजेपी के अंतर्कलह को उजागर करता है.