मुरैना। मुरैना की गजक को अब अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए शासन स्तर से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. प्रशासन ने व्यापारियों के साथ मिलकर जीआई टैग लेने का मन बना लिया है. ज्योग्राफिकल आईडेंटिफिकेशन नंबर यानी जीआई टैग में रजिस्टर्ड होने के बाद गजक को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी.
कलेक्टर ने बताया कि गजक की जीआई टैगिंग होने के बाद किसी अन्य शहर में मुरैना की गजक के नाम से गजक नहीं बनाई जा सकेंगी. इससे मुरैना के गजक के कारोबार को बढ़ावा मिलेगा. जीआई टैगिंग के बाद ग्राहकों को राहत मिलेगी और मुरैना के पीढ़ी दर पीढ़ी काम करने वाले गजक कारोबारियों को फायदा होगा. वहीं व्यापारियों का मानना है कि प्रशासन के सहयोग से गजक का जीआई टैग लेना व्यापारियों के लिए फायदे की बात है. जीआई टैग मिलने के बाद लोग मुरैना के नाम से गजक नहीं बेचेंगे, इससे ग्राहकों को स्वाद वाली मुरैना की गजक मिलेगी, जो मुरैना के पानी में बनने के बाद उत्कृष्ट मानी जाती है. वहीं मुरैना की गजक कारोबार उंचाइयों पर पहुंचेगा जिससे व्यापारियों को आर्थिक लाभ होगा.