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नवग्रह वाटिका से लोगों को मिलेगी औषधीय और ग्रहशांति करने वाले पौधे की जानकारी - औषधीय

मुरैना में वन विभाग और इको टूरिस्म द्वारा सेंचुरी में पौधों से नवग्रह वाटिका बनाई गई है, जिसमें 9 तरह के ऐसे पौधे लगाए गए हैं जिनका औषधीय और धार्मिक महत्व है.

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नवग्रह वाटिका में मिलेगी बेहद खास जानकारी
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Published : Dec 23, 2019, 7:57 PM IST

मुरैना। वन विभाग और इको टूरिस्म ने घड़ियाल सेंचुरी में एक नई पहल शुरू की गई है, जिसके तहत सेंचुरी में पौधों से नवग्रह वाटिका बनाई है. इस वाटिका में 9 तरह के ऐसे पौधे लगाए हैं, जिनका धार्मिक और औषधीय महत्व है.

नवग्रह वाटिका में मिलेगी बेहद खास जानकारी

अभिनव पहल का उद्देश्य चंबल सेंचुरी के देवरी स्थित घड़ियाल केंद्र में आने वाले सैकड़ों पर्यटकों को अपने आसपास के पर्यावरण की जानकारी देना है . इसके साथ ही उसके औषधीय गुणों से आम लोगों परिचित कराना और पेड़ों के धार्मिक महत्व की जानकारी देना है. इसके साथ ही अपने जन्म की राशि और ग्रह के पौधे को लगाकर उससे अपने गृह नक्षत्र को अपनी प्रगति का माध्यम बनाये.

नवग्रह वाटिका में 9 पौधे लगाए गए हैं, जिसमें पीपल, गूलर, दूब, खस, आंवला, खेर, अपामार्ग, ग्वारपाठा या एलोवेरा और अकौआ शामिल है. इन पौधों के धार्मिक और औषधीय गुणों की जानकारी देने के लिए विभाग द्वारा एक गाइड भी तैनात किया जाएगा.

मुरैना। वन विभाग और इको टूरिस्म ने घड़ियाल सेंचुरी में एक नई पहल शुरू की गई है, जिसके तहत सेंचुरी में पौधों से नवग्रह वाटिका बनाई है. इस वाटिका में 9 तरह के ऐसे पौधे लगाए हैं, जिनका धार्मिक और औषधीय महत्व है.

नवग्रह वाटिका में मिलेगी बेहद खास जानकारी

अभिनव पहल का उद्देश्य चंबल सेंचुरी के देवरी स्थित घड़ियाल केंद्र में आने वाले सैकड़ों पर्यटकों को अपने आसपास के पर्यावरण की जानकारी देना है . इसके साथ ही उसके औषधीय गुणों से आम लोगों परिचित कराना और पेड़ों के धार्मिक महत्व की जानकारी देना है. इसके साथ ही अपने जन्म की राशि और ग्रह के पौधे को लगाकर उससे अपने गृह नक्षत्र को अपनी प्रगति का माध्यम बनाये.

नवग्रह वाटिका में 9 पौधे लगाए गए हैं, जिसमें पीपल, गूलर, दूब, खस, आंवला, खेर, अपामार्ग, ग्वारपाठा या एलोवेरा और अकौआ शामिल है. इन पौधों के धार्मिक और औषधीय गुणों की जानकारी देने के लिए विभाग द्वारा एक गाइड भी तैनात किया जाएगा.

Intro:वन विभाग और इको टूरिस्म द्वारा घड़ियाल सेंचुरी में एक अभिनव पहल शुरू की है , जिसके तहत सेंचुरी में पोधो से नवग्रह वाटिका बनाई है । इस वाटिका में 9 तरह के ऐसे पौधे लगाए है जिनका धार्मिक और औषधीय महत्व है । अब घड़ियाल सेंचुरी में रोज आने वाले सेकड़ो सैलानियों को इसकी जानकारी मिले और वे आस पास के पौधे के औषधीय महत्व को जाने बल्कि अपने जन्म की राशि और ग्रह के पौधे को लगाकर उससे अपने गृह नक्षत्र को अपनी प्रगति का माध्यम वनाये ।


Body:चम्बल सेंचुरी के देवरी स्थित घड़ियाल केंद्र में आने वाले सेकड़ो पर्यटकों को अपने आसपास के पर्यावरण की जानकारी देने के साथ साथ उसके औषधीय गुणों से आम लोगो परिचित कराने एवं इन नवग्रह वाटिका के नो प्रकार के पेड़ों के धार्मिक महत्व की जानकारी देना है । जिससे व्यक्ति के जन्म की राशि और नक्षत्र का कौन सा पौधा है जिसे वह लगाकर अपने गृह नक्षत्र को अपने जीवन के लिए सकारात्मक बनाकर भविष्य को उज्ज्वल और प्रगति दयाक बना सकता है ।


Conclusion:नवग्रह वाटिका में जो नो पौधे लगाए गए है उनमें पीपल, गूलर , दूब, खस , आंवला , खेर , अपामार्ग , ग्वारपाठा या एलोवेरा और अकौआ शामिल है । इन पौधों के धार्मिक और औषधीय गुणों की जानकारी देने के लिए विभाग द्वारा एक गाइड भी तैनात किया जाएगा ।
बाईट 1 - पी डी ग्रेविअल , डी एफ ओ वन मंडल मुरैना
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