मुरैना। जौरा नगर पालिका इस समय अखाड़ा बनी हुई है. नगरपालिका में दो-दो सीएमओ कुर्सी के लिए आपस में नूराकुश्ती कर रहे हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी पूर्व सीएमओ रामप्रकाश जगरिया पीछे हटने को तैयार नहीं. ऐसी स्थिति में नगर पालिका का कामकाज ठप पड़ा हुआ है.
दोनों सीएमओ की नूरा-कुश्ती के चलते कर्मचारियों को भी समझ नहीं आ रहा कि वह किसका आदेश मानें. पूर्व सीएमओ रामप्रकाश पिछले कई सालों से यहां पदस्थ हैं. उनका ट्रांसफर हो गया और उनकी जगह दतिया से संतोष सिहारे को जोरा नगर पालिका लाया गया, लेकिन पूर्व सीएमओ ने आदेश निरस्त कराते हुए अपनी आमद वापस दे दी.
हालांकि संतोष सिहारे के पास हाईकोर्ट के आदेश भी है, जिसको मानने से भी पूर्व सीएमओ ने मना कर दिया. पूर्व सीएमओ रामप्रकाश की दबंगई और हट के चलते नगर पालिका का पूरा काम ठप पड़ा हुआ है. ना तो कोई विकास कार्य हो रहा है और ना ही कोई नया काम. कर्मचारी परेशान हैं कि आखिर वह किस सीएमओ के पास जाएं और किसे अपना अधिकारी मानें. यहां तक कि अध्यक्ष की बात भी पूर्व सीएमओ मानने को तैयार नहीं है.