मुरैना। जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए आए दिन प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि आम जनता से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं, लेकिन रविवार को क्षत्रिय और गुर्जर समाज के कई पदाधिकारियों फोटो खिंचवाने के लिए कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते दिखे. कोरोना महामारी के बीच नियमों का उल्लंघन करने वालों में इलाके के विधायक भी शामिल थे.
- यह है पूरा मामला
दरअसल, इन दोनों समाज के लोगों के बीच हुए किसी विवाद को लेकर मुरैना पुलिस लाइन सुलह कराई गई थी. जिसके बाद खुशी में दोनों समाज के प्रमुख, चुनिंदा जनप्रतिनिधि एक दूसरे से सटकर फोटो खिंचवाने लगे थे. यहां तक कि कुछ लोगों ने इस दौरान अपने मास्क भी हटा लिए थे, ताकि फोटो में में उनका चेहरा लोग देख सकें. क्षत्रिय और गुर्जर समाज के लोगों द्वारा कोरोना नियमों के उल्लंघन के वक्त जिला प्रशासन के अधिकारी भी वहां मौजूद थे. जिला कलेक्टर और शहर के एसपी के सामने ही इस प्रकार की लापरवाही के बाद आम जनता में इसका गलत असर पड़ा है.
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- जिले में लागू है कोरोना कर्फ्यू
कोरोना संक्रमण फैलने के मद्देनजर शासन ने कई गाइडलाइन जारी की हुई है. गाइडलाइन के मुताबिक, शादी समारोह में 10 लोग और अंतिम संस्कार में 20 लोग शामिल हो सकते हैं, लेकिन मुरैना में पुलिस लाइन के कॉन्फ्रेंस हॉल में रविवार को हुई क्षत्रिय समाज और गुर्जर समाज की कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन और एसपी सुनील कुमार पांडे के साथ बैठक में 50 से अधिक लोग शामिल थे और वहां नियमों की धज्जियां उड़ाई गई.