मुरैना। चंबल नदी में आए उफान की वजह से जिले के 110 गांव बाढ़ प्रभावित हो गये हैं, वही 27 गांवों में भारी नुकसान हुआ हैं. जिसके चलते जिला प्रशासन ने आर्मी, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की मदद से रेस्क्यू कर बाढ़ में फंसे 4 हजार लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर बने शिविरों में पहुंचाया गया हैं.
बहरहाल चंबल का पानी अब खतरे के निशान से नीचे बह रही है और गांवों से पानी उतर गया है, जिसके बावजूद भी गांवों में अभी घरों की स्थिति नहीं सुधरी है. अभी भी गांवों में व घरों में कीचड़ की स्थिति बनी हुई हैं. जिसके चलते ग्रामीण अपने घरों में वापस नहीं जा पा रहे हैं, हालांकि प्रशासन ने अपनी तरफ से सभी ग्रामीणों के लिए शिविरों में व्यवस्था कर रखी है, साथ ही व्यवस्थाएं ठीक न होने तक ग्रामीणों को घर जाने से मना किया गया है. वही शिविरों में जिला प्रशासन व समाजसेवियों की तरफ से ग्रामीणों को भोजन व दवाओं का वितरण किया जा रहा हैं.
वही कलेक्टर प्रियंका दास जिले के कई गांवों में भ्रमण कर ग्रामीणों के लिए भोजन की व्यवस्था करावाया. बीहड़ में रास्ता नहीं होने के कारण कलेक्टर बाइक पर बैठकर चंबल किनारे बसे नदुआपुरा गांव में बाढ़ प्रभावित लोगों के शिविर में पहुंचीं, साथ ही ग्रामीणों को भोजन वितरण कराया. वही प्रशासन की ओर से हर तरह की मदद कराने का आश्वसन भी दिया.