मुरैना। पोरसा तहसील में दो बच्चों ने हाइड्रोजन पराक्साइड केमिकल पानी समझ कर पी लिया. जिससे डेढ़ साल के मोनू तोमर की मौत हो गई जबकि दूसरे तीन साल के निशांत की हालत गंभीर है. जिला अस्पताल में बच्चे का इलाज चल रहा है.
धीरबल का पुरा गांव में अमृत सिंह तोमर के यहां दूध को फटने से रोकने के लिए हाइड्रोजन पराक्साइड रखा हुआ था. आंगन में खेल रहे निशांत परमार और मोनू तोमर ने प्यास लगने पर केमिकल की बोतल को पानी समझकर पी लिया.केमिकल पीने से बच्चों की जब हालात खराब होने लगी तो परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन रास्ते मे डेढ़ साल के मोनू तोमर ने दम तोड़ दिया.
दूध के इस केमिकल को पीने से बच्चों की हालत खराब होने के मामले पहले भी आ चुके है. डॉक्टरों के मुताबिक जिला अस्पताल में महीने में तकरीबन 5 से 6 केस ऐसे ही आते हैं. हैरानी की बात ये है कि ये केमिकल न तो खुले बाजार में बेचा जाता है और न ही खरीद जा सकता है.