मुरैना। यूको बैंक में हुए 186 करोड़ के फर्जी ऋण घोटाले में सीबीआई की टीम ने एक साथ छह ठिकानों पर दबिश दी है. यह कार्रवाई शांति विहार वेयर हाउस के मालिक ओमेंद्र अग्रवाल, हरीश बंसल और हीरा जैन के ठिकानों पर की गई. मुख्य आरोपी महेंद्र अग्रवाल के साथियों के ठिकानों पर सीबीआई ने तलाशी ली और दस्तावेज खंगाले.
इसके अलावा बीजा सेन एग्रो वेयरहाउस कॉरपोरेशन मुरैना के संचालक रविंद्र शर्मा और संगीता शर्मा के निवास पर भी सीबीआई की टीम लगातार कार्रवाई करती रही. इससे पहले भी इस मामले में सीबीआई की टीम मुरैना आई थी और कार्रवाई कर बड़ी मात्रा में दस्तावेज और नकद रकम जब्त की थी.
10 वेयर हाउस संचालकों ने लिया था लोन
यूको बैंक की मुरैना शाखा से 2013 से लेकर और 2017 तक वेयर हाउस भंडारण पर जारी की जाने वाली फर्जी रसीदों के आधार पर 10 वेयर हाउस संचालकों ने 186 करोड़ का फर्जी लोन किए था. जब यूको बैंक को वेयर हाउस के भंडारण की रसीद ऊपर स्वीकृत किए गए ऋण की रकम की वसूली समय से नहीं हुई, तब बैंक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल की.
ऐसे हुए था खुलासा
बैंक की जांच के दौरान सामने आया कि जिन रसीदों के आधार पर ऋण स्वीकृत किए गए, रसीदों से संबंधित व्यवसायों में कोई भंडारण नहीं हुआ. खास बात ये थी कि जिन व्यक्तियों द्वारा निर्णय लिए गए वो सभी वेयर हाउस और कोल्ड स्टोर संचालकों के परिजन थे. जिसके बाद बैंक ने इसे बड़ा रैकेट मानते हुए मामले को सीबीआई को सुपुर्द कर था.