मुरैना। जिले के अम्बाह और पोरसा के तीन निजी विद्यालयों में अध्ययनरत 1,038 छात्रों के माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षा फॉर्म निरस्त कर 10वीं और 12वीं की परीक्षा में बैठने से वंचित कर दिया है.
इन तीन स्कूल संचालकों ने सामान्य और पिछड़े वर्ग के छात्रों के परीक्षा फॉर्म को इनके वास्तविक कैटेगरी के बजाय एससी कैटेगरी में ऑनलाइन भरकर परीक्षा शुल्क बचाया था, जिसके चलते छात्रों को परीक्षा देने से रोक दिया गया है.
जिले के पोरसा में अटेर रोड पर स्थित एनएएस इंटरनेशनल स्कूल परीक्षा सत्र 2019-20 के लिए अपने स्कूल से कक्षा 10वीं में 243 छात्रों और कक्षा 12वीं में 150 छात्रों के परीक्षा फॉर्म भरे, जिनकी फीस कुल 950 रुपए प्रति छात्र निर्धारित है. इसी तरह द विलेज एलिमेंटरी स्कूल पोरसा ने कक्षा 10वीं के 411 छात्रों के परीक्षा फॉर्म भरे और अम्बाह के बरबाई गांव स्थित रामप्रसाद बिस्मिल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से 266 छात्रों के कक्षा 10वीं के फॉर्म भरे, जिनमें से 226 छात्रों की फीस बचाने के लिए इन छात्रों को एससी कैटेगरी में दिखाया गया और निर्धारित शुल्क 925 रुपए बचाया गया.
इस तरह कुल 1038 छात्रों को एससी कैटेगरी में दर्शाकर कर इन तीन स्कूल संचालकों ने 9 लाख 60 हजार 150 रुपए फीस के रूप में बचाकर माध्यमिक शिक्षा मंडल को चूना लगाया था. मध्यमिक शिक्षा मंडल ने इन तीन स्कूलों में की गई गड़बड़ी को पकड़ छात्रों के परीक्षा फॉर्म निरस्त कर दिए हैं.