भोपाल: साइबर पुलिस ने शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर अच्छा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर 1 करोड़ 43 लाख से ज्यादा रुपए की ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी 50 हजार रुपए के एवज में बैंक पासबुक साइबर ठगों को मुहैया कराते थे. आरोपियों के कब्जे से 2 मोबाइल, 4 सिम कार्ड और एटीएम समेत दस्तावेज बरामद हुए हैं. इस संबंध में मामला दर्ज कर पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
नागपुर से होता थी धोखाधड़ी
भोपाल साइबर पुलिस ने थॉमस गणेश शेडमाके और पिंटू सुरेश सिंह बैस को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी नागपुर महाराष्ट्र के निवासी हैं. आरोप है कि दोनों 50 हजार रुपए लेकर बैंक अकाउंट साइबर ठगों को मुहैया कराते थे. बैंक खाता टीम द्वारा उन खातों की जांच गई है जिसमें ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी.
सी 57 एक्सेल स्टूडेंट्स ग्रुप से शुरू हुआ खेल
भोपाल क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने कहा, "भोपाल निवासी एक शिकायतकर्ता ने बीते वर्ष जुलाई 2024 को साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया था कि अप्रैल 2024 में अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें सी 57 एक्सेल स्टूडेंट्स नामक वॉट्सऐप ग्रुप में एड किया था. उसके बाद उस ग्रुप में चार अलग-अलग मोबाइल नंबरों से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए पीड़ित के पास कॉल आया. काल करने वाली एक महिला ने उससे कहा कि, ''मेरी कंपनी में निवेश करने पर कम दिनों में मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है. जिसके बाद महिला ने शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए पीड़ित को एसीवीवीएल ऑनलाइन नामक एप्लीकेशन शेयर किया."
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1 करोड़ 43 लाख की हुई ठगी
शैलेंद्र सिंह ने आगे कहा है कि, ''वॉट्सऐप ग्रुप में पीड़ित को लिंक मिला और उसे इस्तेमाल करने के लिए यूजर नेम और पासवर्ड भी दिया गया. पीड़ित ने 85.35 लाख जमा कर दिया. जो कि बढ़कर 3 करोड़ से अधिक दिखाई देने लगा. पीड़ित ने मुनाफे के पैसे निकालना चाहे तो उससे कहा गया कि पैसे निकालने से पहले मुनाफे के 20 प्रतिशत रुपए जमा करना होगा. जिसके बाद पीड़ित ने 58.41 लाख रुपए और ठगों के खाते में डाल दिए. लेकिन बाद में इस रकम को बढ़ाकर 20 प्रतिशत की जगह 30 प्रतिशत जमा करने को कहा गया. इस तरह पीड़ित कारोबारी से कुल 1 करोड़ 43 लाख 76 हजार रुपए ठग लिए गए.''