रीवा: बीते दिनों ईटीवी भारत ने समूचे भारत को देश के एक दूसरे दिव्य चित्रकूट धाम के चमत्कारिक स्थल के बारे में बताया था. रविवार को उसी स्थान पर प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया. इसके साथ ही प्रसिद्ध देवराहा बाबा की प्रतिमा का अनावरण किया गया. मिनी चित्रकूट धाम के नाम से प्रसिद्ध दैविक दुर्मन कूट धाम में रविवार को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
अयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल बतौर मुख्य अथिति शामिल हुए और वैदिक मंत्रोचारण के साथ दैविक स्थल में पूजा अर्चना करते हुए देवराहा बाबा की प्रतिमा का लोकार्पण किया. इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने देवराहा बाबा की कंदरा (गुफा) के पास बैठकर दुर्मन कूट धाम के पुजारी से दैविक स्थल की जानकारी जुटाई.
रीवा से 40 किमी दूर है देश का दूसरा चित्रकूट धाम
बता दें कि, रीवा से महज 40 किलोमिटर की दूरी पर गुढ़ विधानसभा के दुआरी गांव में एक ऐसा धाम है, जहां 50 से भी ज्यादा मंदिरों की श्रृंखला है. जिसमें अनेक देवी देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं. इसके आलावा इस दैविक स्थल की कई ऐसी चमत्कारिक घटनाए भी हैं जिसके चलते इस दुर्मन कूट धाम को यहां के निवासी देश का दूसरा चित्रकूट धाम कहते हैं. कहा जाता है की सटीक भविष्यवाणियां करने वाले प्रसिद्ध देवराहा बाबा ने इसी धार्मिक स्थल की कंदराओं में बैठकर वर्षों तपस्या की थी.
आज गुढ़ तहसील के ग्राम दुआरी स्थित दुर्मन कूट धाम में ब्रह्मर्षि श्री देवरहा बाबा जी की प्रतिमा का महाभिषेक किया।
— Rajendra Shukla (@rshuklabjp) February 9, 2025
इस दौरान उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए गौ माता और संतों के आशीर्वाद से सफल हो रहे है विभिन्न विकास कार्यों का विवरण दिया।
प्रकृति की गोद में बसा यह क्षेत्र… pic.twitter.com/6vzZjbCFti
कंदरा में वर्षों तपस्या करने का दावा
दावा करने वाले स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मानें तो दुर्मन कूट धाम की विशाल चट्टान में बनी जिस गुफा के भीतर प्रसिद्ध देवराहा बाबा ने वर्षों तपस्या की थी उस गुफा से आज भी रात्री के पहर राम नाम के जाप की आवाज आती है. गुफा के भीतर जिस स्थान पर देवराहा बाबा बैठते थे वहां पर आज उनका आसन बना हुआ है. इसके अलावा गुफा के ऊपरी भाग में एक विशाल वृक्ष है, जिसकी जड़े चट्टान के अन्दर से निकली हुई हैं. इसके साथ ही गुफा के ठीक सामने से निकलने वाली नदी को लोग मंदाकिनी नदी कहते हैं.
![devraha baba prediction ram mandir](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-02-2025/mp-rew-01-devraha-baba-pratima-anavaran-okg-mp10040mp4_10022025005522_1002f_1739129122_113.jpg)
छोटे से कुंड में चमत्कारिक जल
गुफा से कुछ ही दूरी पर स्थित एक चट्टान में छोटा सा कुंड है, जिसके जल की बात ही अलग है. कहते हैं यहां के लोग इसे एल्कलाइन वाटर की तरह इस्तेमाल करते हैं. बताया गया की इस जल के सेवन या उपयोग से किसी भी तरह का रोग नहीं होता. वहीं इस छोटे से कुंड में आने वाले जल का श्रोत कहां है यह भी इस दिव्य स्थान के रहस्यों में से एक है. इस धाम में बने मंदिरों की इतनी बड़ी श्रृंखला किसके द्वारा बनवाई गई, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है. साथ ही देवराहा बाबा यहां कब आए, उन्होंने ने इस धाम में रहकर कितने वर्षों तक तपस्या की इसकी जानकारी भी किसी के पास नहीं है.
![DEVRAHA BABA TAPOSTAHLI REWA](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-02-2025/mp-rew-01-devraha-baba-pratima-anavaran-okg-mp10040mp4_10022025005522_1002f_1739129122_801.jpg)
देवराहा बाबा ने कहा था मैंने की थी द्वारावती गांव में तपस्या
बताया गया की यह दिव्य स्थान तब अस्तित्व में आया जब यहां के निवासी 80 के दशक में एक दम सटीक भविष्यवाणी करने वाले देवराहा बाबा के दर्शन करने यमुना नदी के तट पर गए. मचान पर बैठे देवराहा बाबा से जब दुआरी गांव के लोगों ने आशीर्वाद लिया तब देवराहा बाबा ने उनसे उनका परिचय मांग लिया. श्रद्धालुओं ने बताया कि वह गुढ़ के दूआरी गांव से आए हैं. तभी बाबा ने कहा की तुम लोग तो द्वारावती गांव से आए हो वहां पर रहकर मैंने कई वर्षो तक तस्पया की है. बता दें की देवराहा बाबा यमुना नदी के तट पर बने मचान में बैठ कर श्रद्धालुओं को अपने पैर के अंगूठे से आशीर्वाद देते थे. उन्होंने कई भविष्यवाणियां भी की थीं जो सच साबित हुईं. जिसके चलते लोग उन्हें दिव्य संत के रूप में जानते थे.
![REWA CHITRAKOOT DHAM CAVES](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-02-2025/mp-rew-01-devraha-baba-pratima-anavaran-okg-mp10040mp4_10022025005522_1002f_1739129122_641.jpg)
दूसरे चित्रकूट, दुर्मनकूट धाम की बदलेगी तस्वीर
देश के दूसरे चित्रकूट धाम की तस्वीर अब बदलने वाली है. प्रदेश सरकार ने इसे धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिऐ कार्य योजना बनाई है. रविवार को देवराहा बाबा के तपोस्थली कहे जानें वाले दुर्मन कूट धाम में देवराहा बाबा की प्रतिमा का अनावरण किया गया. अयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि व हजारों श्रद्धालु भी शामिल हुए. वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ डिप्टी सीएम ने पूजा अर्चना की.
![DEVRAHA BABA TAPOSTAHLI REWA](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-02-2025/mp-rew-01-devraha-baba-pratima-anavaran-okg-mp10040mp4_10022025005522_1002f_1739129122_207.jpg)
प्रतिमा का डिप्टी सीएम ने किया अनावरण
इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि, ''देवराहा बाबा की तपोस्थली दुर्मन कूट धाम जहां पर बाबा ने वर्षो तपस्या की. ऐसी मान्यता है की प्रयागराज जानें से सैकड़ों वर्ष पहले देवराहा बाबा ने इसी दिव्य स्थल पर तपस्या की थी. आज इस स्थल को जिस प्रकार से विकसित करने का संकल्प यहां के सभी लोगों ने लिया है मैं उन्हें बधाई देता हूं और निश्चित रूप से इतनी बड़ी तपोस्थली जहां पर इतने बड़े महान संत ने तपस्या की हो उस स्थान का जब विकास होता है तो उनका आशिर्वाद मिलता है. ईश्वर की कृपा बरसती है और पूरे जिले की मानवता को उसका फायदा मिलता है.''
![REWA CHITRAKOOT DHAM CAVES](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-02-2025/mp-rew-01-devraha-baba-pratima-anavaran-okg-mp10040mp4_10022025005522_1002f_1739129122_862.jpg)
- रीवा में मिला देश का दूसरा चित्रकूट धाम, गुफाओं से आती हैं राम जप की आवाजें
- चमत्कारी मंदिर पड़ा सूना, लगा रहता था भक्तों का तांता फिर अचानक ऐसा क्या हुआ?
- 11 लोग मिलकर एक उंगली से उठा लेते हैं भारी भरकम पत्थर, श्रद्धालु मानते हैं चमत्कार
धार्मिक और पर्यटन के क्षेत्र में इस धाम को मिलेगा बढ़ावा
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने आगे कहा कि, ''बड़ा ही महत्वपूर्ण कार्य आज यहां पर संपन्न हुआ है. इस धाम को मिनी चित्रकुट भी कहा जाता है क्योंकि इतने बड़े संत ने यहां पर तपस्या की. गुढ़ विधानसभा के विधायक जितेंद्र मिश्रा ने यहां पर देवराहा बाब की प्रतिमा की स्थापना करवाई. विधायक ने यहां पर डैम बनाने की योजना बनाईं है. ताकि यहां से निकलने वाली नदी पर हमेशा जल भरा रहे. दुर्मन कूट धाम को धार्मिक और पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए सारे प्रयास किए जाएंगे. पर्यटन और धर्मस्व विभाग को लगाया जाएगा, जिससे वहां से कुछ राशी की मंजूरी मिले जिससे इस स्थान का बेहतर विकास हो सके.''