मुरैना। मध्य प्रदेश बीजेपी के नए फरमान ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को परेशानी में डाल दिया है. बीजेपी के नए फरमान में आया है कि मंडल अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनावों के लिए 35 से 40 साल तक की उम्र होनी चाहिए. इस नए फरमान से कई ऐसे कार्यकर्ताओं के सपने टूटते नजर आ रहे हैं जो चुनाव लड़ना चाह रहे थे. इसलिए कई कार्यकर्ता फर्जी अंकसूचियों के जरिए अपनी उम्र कम साबित कर रहे हैं. इस मामले का खुलासा खुद बीजेपी के पूर्व विधायक और चुनाव प्रभारी गजराज सिंह कर रहे हैं. वहीं कांग्रेसी इस मामले में चुटकी लेते हुए फर्जीवाड़े को बीजेपी का कल्चर बताकर कटघरे में खड़ा कर रहे हैं.
बीजेपी नेता ने की फर्जी मार्कशीट की पुष्टी
मुरैना में बीजेपी के मंडल अध्यक्ष के चुनाव में भी फर्जी मार्कशीट का मामला सामने आया है. उम्र की बाध्यता के नए फरमान के बाद बीजेपी कार्यकर्ता अपनी मार्कशीट में उम्र कम करा कर लगा रहे हैं. इसी के चलते अब गजराज सिंह ने बोर्ड की मार्कशीट को ही मान्य करने की बात कही है, जिससे इस फर्जीवाड़े पर रोक लग सके.
कांग्रेस ने ली चुटकी
इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता राजेन्द्र यादव ने चुटकी लेते हुए पूरी बीजेपी पर ही आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि फर्जीवाड़ा करना भाजपा के कल्चर रहा है और ऐसे नेता जनता का क्या भला करेंगे जो खुद फर्जी मार्कशीट लगाकर पार्टी में पद पाने का प्रयास कर रहे हैं.
जानकारों ने कहा ऐसे फैसले रहे विफल
जानकारों की मानें तो राजनैतिक पार्टियों में इस तरह के निर्णय हमेशा से विफल होते आए हैं. ये सही नहीं है कि उम्र के हिसाब से कार्यकर्ताओं पर पाबंदी लगाई जाए, पहले भी मंत्री पद के लिए हो या मुख्यमंत्री पद के लिए उम्र की बाध्यता के चलते फैसले बीजेपी को वापस लेने पड़े थे. ऐसे में इस फैसले के भी अधिक समय तक टिके रहने की संभावना कम है, लेकिन नेताओं का इस तरह से फर्जीवाड़ा करना भी गलत है.
बीजेपी नेताओं का कारनामा पूरी पार्टी पर ही सवाल खड़े करता है. साफ है कि जो नेता इस तरह के फर्जीवाड़े कर पद पर पहुंचेगा वो आगे भविष्य में क्या करेंगा.