मुरैना। ग्रामीण अंचल में दिन-प्रति-दिन पांव फैला रहे नकली एवं सिंथेटिक घी, दूध और पनीर के कारोबार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने जौरा थाना क्षेत्र के दो डेयरियों पर कार्रवाई करते हुए, जांच के लिए दूध के सैंपल लिए.
बिना रजिस्ट्रेशन संचालित हो रही थी डेयरी
जौरा अनुविभागीय अधिकारी नीरज शर्मा को विगत दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में नकली दूध, घी व पनीर बनाने की शिकायतें मिल रही थी. इन्हीं शिकायतों के चलते आज अनुविभागीय अधिकारी नीरज शर्मा, नायब तहसीलदार रबीश कुमार भदोरिया, थाना प्रभारी जयदीप भदोरिया व खाद्य सुरक्षा अधिकारी रेखा सोनी चंबल नहर के किनारे संचालित दूध की डेरी पर दबिश दी. पूछताछ करने पर पता चला कि यह डेयरी यदुवीर सिंह सिकरवार व पवन सिकरवार द्वारा संचालित की जा रही है. अधिकारियों ने वहां पहुंचकर डेरी का पंजीयन मांगा तो वे इस प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके. यह डेयरी बिना रजिस्ट्रेशन लाइसेंस लिए संचालित की जा रही थी. खाद्य विभाग की टीम को मौके पर दूध का भंडारण मिला. खाद्य विभाग की टीम ने डेयरी से जांच के लिए दूध के सैंपल भी लिए, प्रशासनिक एवं खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने डेरी को फिलहाल सील कर दिया है.
दूध से भरा टैंकर भी पकड़ा
वहीं एमएस रोड से गुजर रहे दूध से भरे टैंकर को पुलिस ने पकड़ कर थाने के अंदर रख लिया, जिसकी सूचना खाद्य सुरक्षा विभाग को दी गई. खाद्य सुरक्षा अधिकारी रेखा सोनी ने थाने में पहुंचकर टैंकर से दूध के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे है.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी रेखा सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि जौरा पुलिस ने एमएस रोड से गुजर रहे दूध से भरे टैंकर को पकड़ कर थाने के अंदर रखवा लिया. पुलिस की सूचना पर दूध से भरे टैंकर से दूध के सैंपल लिए जाने की कार्रवाई की गई है. इस टैंकर में 12 हजार लीटर दूध था.