मुरैना। कोरोना वायरस के चलते दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों का घर पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी कड़ी में चंबल संभाग में अब तक 32 हजार 493 मजदूर अपने गृह जिले पहुंच चुके हैं. चम्बल संभाग में प्रदेश के अन्य जिलों और अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों में से अभी तक 32 हजार 493 प्रवासी मजदूर अपने-अपने गृह जिलों में आ गये हैं. इनमें सबसे ज्यादा 14 हजार 385 प्रवासी मजदूर मुरैना जिले के हैं. वहीं भिण्ड जिले में 12 हजार 15 और श्योपुर जिले में 6 हजार 93 मजदूर अपने घर आए हैं.
मुरैना जिले के 14 हजार मजदूर लौटे
मुरैना जिले में अभी तक प्रदेश के अन्य जिलों और अन्य राज्यों से 14 हजार 385 प्रवासी श्रमिक आए हैं, जिनमें 8 हजार 625 प्रदेश के अन्य जिलों से और 6 हजार 733 अन्य राज्यों से आए हैं. सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर घर भेज दिया गया है. इसके अलावा अन्य राज्यों और जिलों से मुरैना जिले की सीमा से होकर गुजरने वाले 17 हजार 742 लोगों की स्क्रीनिंग की गई. इसके अलावा मुरैना जिले में फंसे 9 हजार 117 लोगों की स्क्रीनिंग कर प्रदेश के अन्य जिलों के लिए बसों द्वारा रवाना किया गया.
भिण्ड के 12 हजार 15 प्रवासी मजदूर आये
भिण्ड जिले में अभी तक प्रदेश के अन्य जिलों और राज्यों से 12 हजार 15 श्रमिक आए हैं. जिनमें सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है. प्रदेश के जिलों से भिण्ड में 7 हजार 60 और राज्यों से 4 हजार 955 श्रमिक जिले में आये हैं.
श्योपुर में आयें 6 हजार 93 मजदूर
श्योपुर जिले में मध्यप्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से 6 हजार 93 मजदूर 11 मई तक आ चुके हैं. इसके बावजूद भी राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों से मजदूरों का आगमन जारी है. जिसमें जिले के 2 हजार 490 और प्रदेश के विभिन्न जिलों के 3603 कुल 6093 मजदूर आ चुके हैं. जिनको जिला प्रशासन द्वारा श्योपुर के साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों में आवश्यक सुविधाओं सहित बस के माध्यम से भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा चुकी है.
कलेक्टर ने दी जिलेवार आंकड़ों की जानकारी
कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मजदूरों को प्रदेश के विभिन्न जिलों में 28 अप्रैल से 11 मई 2020 तक श्योपुर जिले के बाॅर्डर पर सभी सुविधाएं दी गईं. साथ ही उन्हें घर पहुंचाने की व्यस्था की गई. जिसमें श्योपुर के 2490 प्रवासी मजदूर, झाबुआ के 87, बालाघाट के 06, बैतुल का 01, कटनी के 66, मण्डला के 03, मुरैना के 57, भिण्ड के 918, सिवनी के 51, डिण्डौरी के 452, छिंदवाडा का 01, विदिशा के 14, पन्ना के 262, रीवा के 18, शहडोल के 44, शाजापुर के 10, शिवपुरी के 196, सीधी के 71 मजदूर उनके घर पहुंचाये जा चुके हैं.