मुरैना। 12वीं के छात्र-छात्राएं अंग्रेजी का पेपर नहीं दे पाये क्योंकि जाम में फंसे होने की वजह से लेट हो गए, जिसके चलते वे परीक्षा नहीं दे पाए. जब परीक्षार्थी शिकायत करने कलेक्टर निवास पहुंचे तो वहां दो घंटे तक इंतजार के बाद भी कोई उनकी बात सुनने नहीं आया.
दरअसल, प्रशासन को चाहिए कि परीक्षा के दौरान यातायात को व्यवस्थित करे, ताकि जाम न लगने पाये. जाम लगने की वजह से छात्र-छात्राएं परीक्षा केंद्र तक समय से नहीं पहुंच सके. जिसकी वजह से उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया. जिस कारण से उनका एक साल बर्बाद हो गया. वहीं, जिम्मेदार भी इस बारे में कोई जवाब नहीं दे रहे हैं.
वैसे तो सरकार, अधिकारी छात्र-छात्राओं को देश का भविष्य बताते हुए बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जबकि जरूरत पड़ने पर इनकी सुनवाई करने कोई नहीं आया. शिकायत लेकर पहुंचे छात्र-छात्राओं से मिलने के लिए नहीं पहुंचा, जबकि मीडिया के सवाल पर भी अधिकारी खामोश हैं.