मंदसौर। बाढ़ पीड़ितों के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किए जाने वाले धरना प्रदर्शन पर मंदसौर जिला प्रशासन में अफरातफरी का माहौल है. इस आंदोलन को लेकर शिवराज ने चार दिन पहले ही कलेक्ट्रेट परिसर में पीड़ितों के साथ धरना आंदोलन करने की चेतावनी दी हुई है. लेकिन नियमों का हवाला देकर जिला प्रशासन ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के परिसर में आंदोलन करने से साफ इंकार कर दिया है.
कलेक्टर द्वारा निर्धारित स्थान पर आंदोलन की अनुमति नहीं दिए जाने से पार्टी खेमे में भारी आक्रोश का माहौल है. उधर बीजेपी नेता भी कलेक्ट्रेट कार्यालय के इर्द-गिर्द ही इस आंदोलन को करने पर अड़ गए हैं. बीते दिंन मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया और बीजेपी जिला अध्यक्ष राजेंद्र सुराणा ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एडीएम बीएल कोचले से मुलाकात की.
एडीएम बीएल कोचले ने कलेक्टर कार्यालय में न्यायालय परिसर भी होने का हवाला देते हुए 100 मीटर के दायरे में धरना आंदोलन की परमिशन देने से साफ इनकार कर दिया. काफी देर के बाद जिला प्रशासन ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर बनी फोर लेन सड़क के एक पार्ट पर परमिशन दी, लेकिन प्रस्तावित स्थान काफी सकरा होने से बीजेपी नेताओं मैं नाराजगी साफ नाराज नजर आई.