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Mandsaur News: 'आफत की नीलगाय' सिंचाई सिस्टम और फसलों को कर रहीं चौपट

मंदसौर में राजस्थान की सीमा से सटे मंदसौर जिले की कई तहसीलों में इन दिनों पड़ोसी राज्य की तरफ से आ रही नीलगाय के झुंडों ने यहां के किसानों की फसलों को बर्बाद करना शुरू कर दिया है. रात के समय आने वाला नील गायों का झुंड अब यहां खड़ी लहसुन अलसी और अफीम की फसलों को चौपट कर रही हैं. इस मामले में किसानों ने मध्य प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

mandsaur nilgai destroying crop
मंदसौर में नीलगाय फसलों को कर रही बर्बाद
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Published : Jan 26, 2023, 10:41 PM IST

मंदसौर। जिला 3 तरफ से राजस्थान की सीमा से घिरा हुआ है मंदसौर की सीमाऐं चारों तरफ से खुली होने के कारण राजस्थान के वन अभ्यारण में पल बढ़ रही नील गायों के झुडों ने अब जिले की सीमाओं में घुसकर यहां फसलों को चौपट करना शुरू कर दिया है. मंदसौर तहसील के कई गांवो के किसान इन दिनों नीलगाय के आतंक से परेशान हैं. मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात धमनार गांव में नील गायों के झुंड ने घुसकर किसानों के खेतों में खड़ी लहसुन, अलसी, गेहूं और अफीम की फसल को चौपट कर दिया.

सिंचाई सिस्टम तहस-नहस: किसान आनंदी लाल धाकड़ और देवीलाल मेहता ने बताया कि रात के समय नील गायों ने पूरी फसल को चौपट कर दिया है. जिसके लिए उन्होंने 20 हजार रुपए प्रति क्विंटल के मान से बीज की खरीदी कर दो प्लाटों में लहसुन फसल लगाई थी. इस फसल की क्वालिटी एक्सपोर्ट क्वालिटी होने के कारण उन्होंने इसमें काफी मेहनत भी की थी. किसानों ने कहा इसमे महंगा खाद देने के अलावा महंगे दामों का आटोमैटिक सिंचाई सिस्टम भी लगाया था. नील गायों के झुंड ने फसल चरने के अलावा ड्रिप के पाइप और उसके सिस्टम को भी तहस-नहस कर दिया है.

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किसानों ने की मुआवजे की मांग: किसानों ने इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार से मुआवजे के अलावा नील गायों को पकड़ने के साथ ही खेत की वायर फेंसिंग योजना में भी सब्सिडी देने की गुहार लगाई है. किसानों ने कहा कि 2 बीघे फसल में उन्होंने करीब 2 लाख रुपए का खर्च किया था. इस मामले में राजस्व के अधिकारियों ने सूचना के बावजूद भी मौके का मुआयना नहीं किया. मामले में मंदसौर तहसीलदार मुकेश सोनी ने प्रभावित किसानों को राजस्व नुकसानी की आरबीसी की धाराओं के नियमों के तहत राहत देने की का आश्वासन दिया है.

मंदसौर। जिला 3 तरफ से राजस्थान की सीमा से घिरा हुआ है मंदसौर की सीमाऐं चारों तरफ से खुली होने के कारण राजस्थान के वन अभ्यारण में पल बढ़ रही नील गायों के झुडों ने अब जिले की सीमाओं में घुसकर यहां फसलों को चौपट करना शुरू कर दिया है. मंदसौर तहसील के कई गांवो के किसान इन दिनों नीलगाय के आतंक से परेशान हैं. मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात धमनार गांव में नील गायों के झुंड ने घुसकर किसानों के खेतों में खड़ी लहसुन, अलसी, गेहूं और अफीम की फसल को चौपट कर दिया.

सिंचाई सिस्टम तहस-नहस: किसान आनंदी लाल धाकड़ और देवीलाल मेहता ने बताया कि रात के समय नील गायों ने पूरी फसल को चौपट कर दिया है. जिसके लिए उन्होंने 20 हजार रुपए प्रति क्विंटल के मान से बीज की खरीदी कर दो प्लाटों में लहसुन फसल लगाई थी. इस फसल की क्वालिटी एक्सपोर्ट क्वालिटी होने के कारण उन्होंने इसमें काफी मेहनत भी की थी. किसानों ने कहा इसमे महंगा खाद देने के अलावा महंगे दामों का आटोमैटिक सिंचाई सिस्टम भी लगाया था. नील गायों के झुंड ने फसल चरने के अलावा ड्रिप के पाइप और उसके सिस्टम को भी तहस-नहस कर दिया है.

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किसानों ने की मुआवजे की मांग: किसानों ने इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार से मुआवजे के अलावा नील गायों को पकड़ने के साथ ही खेत की वायर फेंसिंग योजना में भी सब्सिडी देने की गुहार लगाई है. किसानों ने कहा कि 2 बीघे फसल में उन्होंने करीब 2 लाख रुपए का खर्च किया था. इस मामले में राजस्व के अधिकारियों ने सूचना के बावजूद भी मौके का मुआयना नहीं किया. मामले में मंदसौर तहसीलदार मुकेश सोनी ने प्रभावित किसानों को राजस्व नुकसानी की आरबीसी की धाराओं के नियमों के तहत राहत देने की का आश्वासन दिया है.

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