मंदसौर। नागरी में दो बच्चों की डूबने से मौत के बाद पूरे कस्बे में शोक की लहर फैल गई. गड्ढों के किनारे पड़े बच्चों के कपड़ों और जूतों के आधार पर परिजनों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया. काफी देर बाद दोनों बच्चों के शव निकाले गए. बता दें कि नगरी नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाले उप ग्राम बुआ खेड़ी में शासन ने मिनी स्टेडियम निर्माण की मंजूरी दी है. ठेकेदार ने इन दिनों स्टेडियम के निर्माण कार्य को लेकर वहां पिलर के लिए गड्ढे खुदवाए हैं. यहां बड़े-बड़े गड्ढों में बारिश का पानी भर गया है.
गड्ढों के किनारे पड़े थे कपड़े : बुआखेड़ी में रहने वाले हरिओम उर्फ हरीश पिता सत्यनारायण और राज पिता विनोद भील नामक दोनों बच्चे खेलते-खेलते उनमें डूब गए. परिजनों को इस घटना की भनक भी नहीं लगी लेकिन काफी देर तक जब बच्चे घर नहीं लौटे तो उन्होंने ढूंढना शुरू किया. दोनों बच्चों के कपड़े गड्ढों के किनारे पड़े मिले होने पर परिजनों को उनके डूबने की आशंका हुई और बस्ती के लोगों ने उन्हें गड्ढों में ढूंढना शुरू किया. इस घटना के तत्काल बाद दलोदा थाना प्रभारी संजीव सिंह परिहार और उनकी टीम मौके पर पहुंची.
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ग्रामीणों ने गड्ढे से निकाले शव : पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से दोनों बच्चों के शव गड्ढों से बाहर निकाले. इसके बाद परिजन उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल लेकर गए लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उधर, स्थानीय लोगों ने ठेकेदार द्वारा कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं किए जाने से घटना पर गहरा आक्रोश जताया है. इस मामले में एसडीएम एसएल शाक्य का कहना है कि हादसा बहुत दुखद है. मामले की जांच पुलिस कर रही है.