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मंदसौर: 3 महीने भटकने के बाद परिजनों से मिलकर खिलखिला उठी हेमा, पढ़िए क्या है पूरा मामला ?

मध्यप्रदेश की बेटी हेमा बागरी घर से भटक कर नाथद्वारा नगर पहुंच गई थी, परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने तलाश शुरू की, और जांच के दौरान हेमा बागरी का लोकेशन ट्रेस कर लिया, लोकेशन का पता चलते ही पुलिस नाथद्वार पहुंची, और उसे मंदसौर लेकर आई,

Hema blossomed to meet the separated family
बिछ़डे परिजनों से मिलकर खिलखिला उठी हेमा
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Published : Oct 4, 2020, 8:19 PM IST

राजसमंद/मंदसौर. जिले के नाथद्वारा नगर के मॉडल बस स्टैंड पर पिछले कुछ दिनों से रह रही बदहवास हेमा बागरी आखिरकार शनिवार देर शाम परिजनों से मिल गई. . मानसिक रूप से तनाव झेल रही हेमा कुछ दिन पूर्व भटकते हुए नाथद्वारा पहुंच गई थी. उसने बस स्टैंड को ही अपना घर बना लिया था. तभी एएसआई रविन्द्र सिंह ने इसे देखा ओर पूछताछ की. जिसमें उसने अपने गांव और परिजनों के आधे अधूरे नाम बताए.

पढ़ें : हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर जयपुर में दलित मुस्लिम संगठनों का प्रदर्शन

एएसआई ने प्रयास करते हुए आखिरकार तीन दिनों में उसके परिजनों का पता लगाया और उनसें सम्पर्क कर, उन्हें उनकी बेटी के बारे में बताया. मूल रूप से दसोरिया, मंदसौर (एमपी) जिले की रहने वाली हेमा को परिवार के लोग शनिवार देर रात्रि नाथद्वारा लेने पहुंचे. जहां पिता और मां को देख कर हेमा खुश हो गयी. हेमा के पिता ने बताया कि हेमा के पति की एक हादसे में मौत के बाद वो मानसिक रूप से तनाव में थी.

इसके बाद वो तीन माह पहले घर से निकल गयी, जिसकी तलाश उन्होंने आस पास के गांवों में की. इस बीच हेमा को परिजन ढूंढ़ने निकलते. तभी उन्हें थाने से फोन आया, कि उनकी बेटी नाथद्वारा पर है, बेटी को सही सलामत पाकर परिवार ने भी राहत की सांस ली.

राजसमंद/मंदसौर. जिले के नाथद्वारा नगर के मॉडल बस स्टैंड पर पिछले कुछ दिनों से रह रही बदहवास हेमा बागरी आखिरकार शनिवार देर शाम परिजनों से मिल गई. . मानसिक रूप से तनाव झेल रही हेमा कुछ दिन पूर्व भटकते हुए नाथद्वारा पहुंच गई थी. उसने बस स्टैंड को ही अपना घर बना लिया था. तभी एएसआई रविन्द्र सिंह ने इसे देखा ओर पूछताछ की. जिसमें उसने अपने गांव और परिजनों के आधे अधूरे नाम बताए.

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एएसआई ने प्रयास करते हुए आखिरकार तीन दिनों में उसके परिजनों का पता लगाया और उनसें सम्पर्क कर, उन्हें उनकी बेटी के बारे में बताया. मूल रूप से दसोरिया, मंदसौर (एमपी) जिले की रहने वाली हेमा को परिवार के लोग शनिवार देर रात्रि नाथद्वारा लेने पहुंचे. जहां पिता और मां को देख कर हेमा खुश हो गयी. हेमा के पिता ने बताया कि हेमा के पति की एक हादसे में मौत के बाद वो मानसिक रूप से तनाव में थी.

इसके बाद वो तीन माह पहले घर से निकल गयी, जिसकी तलाश उन्होंने आस पास के गांवों में की. इस बीच हेमा को परिजन ढूंढ़ने निकलते. तभी उन्हें थाने से फोन आया, कि उनकी बेटी नाथद्वारा पर है, बेटी को सही सलामत पाकर परिवार ने भी राहत की सांस ली.

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