मंदसौर। महाशिवरात्रि के अवसर पर शुक्रवार को मंदसौर के भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. 2000 साल पुराने इस दुर्लभ शिवलिंग के क्षरण के मद्देनजर प्रशासन ने अभिषेक का प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन शिवरात्रि और सावन सोमवार पर दी जाने वाली विशेष अनुमति के चलते इस पर जल चढ़ाने के लिए हजारों लोगों का सुबह से ही तांता लगा रहा.
दुनिया की सबसे बड़ी इस शिव प्रतिमा के चारों तरफ मुख हैं और जीवन की सभी अवस्थाओं की भाव भंगिमाओं का दर्शन करवाने वाली इस प्रतिमा का कालिदास की कृतियों के मंगलाचरण में भी उल्लेख है. मान्यता है कि आज के दिन जोड़े से भगवान शिव के दर्शन करना काफी शुभ माना जाता है, इस लिहाज से यहां हजारों दंपतियों ने जोड़ों से भी दर्शन किए.
भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर पर सुबह 4 बजे रुद्राभिषेक और मंगल आरती के बाद से ही दर्शन के लिए मंदिर के पट खोल दिए गए थे. आज चारों पहर की आरती के बाद रात भर मंदिर के कपाट खुले रहेंगे. कल सुबह कीआरती के बाद प्रसाद वितरण होगा और इसी के साथ शिव पार्वती के विवाह उत्सव की समाप्ति होगी.