मंदसौर। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शासन और प्रशासन लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दे रहा है. इसके बावजूद कई लोग इस जानलेवा बीमारी को लेकर गंभीर नहीं हैं. यही वजह है कि देश के कई प्रांतों में यह बीमारी अब विकराल रूप ले चुकी है. इस सबके बीच मंदसौर के कुचड़ोद गांव में सड़क किनारे बैठकर जूते पालिश करने वाला एक मोची लालूराम जटिया इस महामारी को लेकर काफी गंभीर है.
यह मोची ग्राहकों के जूते पॉलिश करने से पहले उन्हें सेनेटाइज करता है. इतना ही नहीं सरकार की गाइडलाइनों का ध्यान रखते हुए मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, मोची ने अपनी रोजी का हिस्सा बना लिया है. एक दिन में महज दो सौ रुपए की कमाई करने वाला यह मोची 50 रुपए के सेनेटाइजर का रोजाना उपयोग कर रहा है.
मोची लालूराम जटिया ने बताया कि कमाई की आधी रकम सैनिटाइजर और मास्क खरीदने में खत्म हो जाती है. लेकिन समाज और खुद को बचाने के लिए वह अपनी कमाई का हिस्सा खर्च करने से पीछे नहीं हटा.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई फोटो
इस मोची की इस समझदारी के फोटो अब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहे हैं. मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया और पूर्व मंत्री जगदीश देवड़ा को मामले की जानकारी लगते ही दोनों ने मोची से फोन पर बात करके उसे धन्यवाद दिया. इतना ही नहीं दोनों ने उसके फोटो को शेयर कर फेसबुक और ट्विटर के जरिए लोगों तक उसका संदेश पहुंचाया.
तीसरी पास लालूराम पिछले 25 सालों से सड़क किनारे बैठकर इसी तरह रोजाना लोगों के जूतों की पॉलिश और रिपेयरिंग का काम कर रहे हैं. महंगाई के इस दौर में भी लालूराम अपने पुश्तैनी कारोबार से जुड़ा है. सवाल यह है कि जूतों पर पॉलिस कर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले मोचियों की तरफ सरकार का ध्यान क्यों नही गया.