मंडला। लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर मजदूर वर्ग पर पड़ रहा है. मजदूर वर्ग परेशान ना हो इसलिए कोरोना काल में मनरेगा के तहत काम शुरू हो चुके हैं, लेकिन जिले में मजदूरों को उनकी खून पसीने की कमाई नहीं मिल रही है. लिहाजा अब उनका सब्र जवाब देने लगा और गुरूवार को ग्रामीणों ने उपयंत्री और सहायक सचिव को बंधक बना लिया. ये पूरा मामला निवास विधानसभा क्षेत्र का है.
मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों को उपयंत्री और सहायक सचिव ने भुगतान नहीं किया. जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने दोनों को बंधक बना लिया. घटना निवास जनपद पंचायत क्षेत्र के भीकमपुर गांव की है. यहां के ग्रामीणों को पिछले कई महीनों से मनरेगा मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया था.
जिसके चलते यहां के ग्रामीणों ने मनरेगा के उपयंत्री अरविंद मिश्रा, ग्राम पंचायत के सहायक सचिव एवं एक मैट को बंधक बनाया और तीनों को पेड़ से बांध दिया. वहीं शासकीय कर्मचारियों को बंधक बनाने की खबर जिले में आग की तरह फैल गई, जिससे शासन-प्रशासन में अफरा तफरी मच गई और आनन-फानन में मनरेगा एसडीओ और थाना प्रभावी मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी.
अधिकारियों की समझाइश पर ग्रामीणों ने तीनों को मुक्त कर दिया. जब इस पूरे घटनाक्रम के बारे में पीड़ित उपयंत्री अरविंद मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने बताया इन लोगों का मजदूरी भुगतान नहीं हुआ है, जिसके चलते ग्रामीणों ने सहायक सचिव, सरपंच, और मुझे बंधक बना लिया था, लेकिन मेरे कार्यकाल का कोई भी मजदूरी भुगतान बाकी नहीं है