मंडला। नैनपुर तहसील के रेवाड़ा गांव में एक नवजात शंकर मंदिर के बाहर चबूतरे में मिली है. जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात कोई नवजात को शंकर भगवान मंदिर के बाहर चबूतरे में छोड़कर चला गया था, जिसे ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे देखा, और तुरंत इस बात की जानकारी डायल 100 को दी. डायल 100 की मदद से नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां उसकी देखरेख की जा रही है. राहत की बात है कि नवजात पूरी तरह स्वस्थ है.
बोरी में लिपटी मिली नवजात
नवरात्र के पावन पर्व के दौरान कोई नवजात को लावारिस मरने के लिए छोड़ दे, ये सोच कर ही रूह कांप जाती है. लेकिन नैनपुर तहसील के पास ग्राम रेवाड़ा में किसी बेरहम माता-पिता ने नवजात को बोरी में लपेट कर छोड़ दिया. जानकारी के मुताबिक अलसुबह करीब 4 बजे कई कुत्तों की आवाज सुन कर स्थानीय निवासी जब जागे तो उन्हें झुंड में कुत्ते दिखाई दिए, जिसके बाद उन्हें भगा कर टॉर्च की रौशनी में देखा गया तो एक बच्ची प्लास्टिक की बोरी में नवजात लिपटी मिली. इसकी सूचना डायल 100 को दी गई, और सुबह साढ़े 5 बजे के करीब नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नैनपुर लाया गया, जहां नवजात की देखभाल की जा रही है.
ये भी पढ़ें- बैकफुट पर कमलनाथ, 'आइटम' वाले बयान पर जताया खेद
डॉक्टर वर्षा चावला ने बताया कि नवजात पूरी तरह से स्वस्थ है और एक्टिव भी है. इसका वजन भी सामान्य है और यह 24 घंटे के अंदर ही जन्मी बताई जा रही है. वहीं थाना प्रभारी आरएम दुबे ने बताया कि लावारिस हालत में मिली बच्ची के संबंध में जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही चाइल्ड केयर सेंटर के जरिए नवजात को रखने की व्यवस्थाओं के अलावा इसे किसी दंपति को गोद दिए जाने की कोशिश भी की जाएगी.