मंडला। महाराजपुर क्षेत्र में एक महिला गंभीप रूप से बीमार थी, उसका इलाज जबलपुर से चल रहा था, जिसके चलते मंडला में उसकी दवाएं नहीं मिल रही थीं. जैसे ही यह सूचना पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला को मिली, इसके बाद उन्होंने जो किया वो यह बताने के लिए काफी है कि भले ही वर्दी पर देश के अलग अलग हिस्सों में हमले हो रहे हों, लेकिन उसने हमदर्दी की राह नहीं छोड़ी है.
पुलिस के मुखिया को फोन पर जानकारी मिली कि एक महिला गंभीर रूप से बीमार है. जिसका उपचार जबलपुर में चल रहा था, लेकिन लॉकडाउन के बाद से वह महिला जबलपुर उपचार कराने नहीं जा पाई और दवाएं खत्म होने के चलते ज्यादा बीमार हो गयी है.
जिसके बाद महिला को जबलपुर जाकर इलाज कराने की अनुमति पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के द्वारा दिये जाने की बात कही गयी. लेकिन आर्थिक मजबूरी और वाहन की कोई व्यवस्था ना होने की असमर्थता महिला के द्वारा बताई गई.
जिसके बाद एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने खुद ही इस बीमार महिला तक जबलपुर से दवाएं मंगवा कर पहुंचाने के प्रयास किये गए और दवा की पर्ची के साथ ही उनसे पैसे लेकर रक्षित केंद्र से अतिआवश्यक कार्य के लिए जबलपुर जाने वाले वाहन का पता लगाया गया. इसके बाद इस महिला की दवाएं बुला कर रक्षित केंद्र मंडला के कर्मचारी की मदद से उसके घर तक पहुंचाया गया.
गंभीर रूप से बीमार जरूरतमंद महिला के लिए दवाएं बुलावा कर देना निश्चित ही पुलिस के उस मानवीय चेहरे को दर्शाता है, जो यह बताने के लिए काफी है कि परिस्थिति कैसी भी हो हमारे देश के जवान फर्ज की राह से कभी पीछे नहीं हटते.