मंडला। आदिवासी बहुत मंडला से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां बम्हनी बंजर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुग्दरा गांव के चेतराम यादव की मौत के बाद परिजनों को उनका शव ले जाने के लिए वाहन नहीं मिला. लिहाजा मृतक के परिजन उनके शव को बाइक में ही अस्पताल से ले गए.
- अस्पताल से वाहन न मिलने का आरोप
परिजनों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, चेतराम के सीने में तेज दर्द के बाद उन्हें बम्हनी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले जाया गया था, लेकिन उन्हें वहां न कोई डॉक्टर मिला और न ही कोई नर्स. जिसके कारण चेतराम की मौत हो गई. शव को घर ले जाने के लिए जब अस्पताल से एम्बुलेंस और अन्य सरकारी वाहन मांगा गया तो उन्हें साफ तौर पर वाहन देने से मना कर दिया.
- बीएमओ ने दी सफाई
इस मामले में बम्हनी स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ ने कहा है कि अस्पताल के एम्बुलेंस चालक को बुखार था उसने एक दिन पहले ही कोरोना की वैक्सीन लगाई थी. इस वजह से कोई चालक उपलब्ध नहीं था. उन्होंने आगे कहा कि अन्य वाहन का खर्च देने के बाद भी परिजन एम्बुलेंस की ही मांग करते रहे और वैकल्पिक वाहन की बजाय शव को बाइक पर ही ले गए.