मण्डला। गलवान घाटी में चीन के हमले से देशभर में रोष है. हर तरफ चीन की इस हरकत का विरोध किया जा रहा है. साथ ही सरकार से लोग चीन के बॉयकॉट की भी मांग कर रहे हैं. इसी के चलते जिले में भी चीनी राष्ट्रपति सी जिनपिंग का पुतला फूंका गया और चीनी सामान के विरोध में चाइना मोबाइल भी तोड़े गए. चीन की कायराना हरकत के विरोध में अधिवक्ताओं ने गुस्से में चीनी सामान की होली भी जलाई.
अधिवक्ताओं ने चीनी राष्ट्रपति सी जिनपिंग का पुतला फूंका और चीनी सामानों के बहिष्कार के विरोध में चाइना कंपनी के बने हुए मोबाइल सड़क पर तोड़ डाले. अधिवक्तों का कहना है कि चीन के द्वारा की गई हरकत से सारे देश मे रोष है और अब समय आ गया है कि चीन को उसकी असलियत बताई जाए. जिसके लिए प्रत्येक भारतवासी को चीन के सामानों को बहिष्कार करना होगा. अधिवक्ताओं का कहना है कि चीनी सामानों का विरोध कर चीन की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर उसके होश ठिकाने लाए जा सकते हैं और उसके द्वारा भारत को आंख दिखाने की हिम्मत नहीं की जाएगी.
चीनी राष्ट्रपति के पुतले को आग के हवाले करने के साथ ही अधिवक्ताओं ने बताया कि स्वदेशी सामानों को अपना कर हम हमारे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकते हैं. साथ ही हमारी जमीन पर नजर टिकाए चीन को भी हम इस माध्यम से हरा कर सकते है. गलवान घाटी में हुए चीन के हमले के बाद देशभर में जगह-जगह इसका विरोध किया जा रहा है और चीनी सामान का उपयोग ना करने की अपील की जा रही है.