मंडला। जिले के सैकड़ों अतिथि शिक्षकों ने सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए अनोखा प्रदर्शन किया. अतिथि शिक्षकों ने दंडवत होकर पूरे शहर का भ्रमण किया और कमलनाथ सरकार को उनके वादे याद दिलाते हुए जल्द पूरा करने की मांग की.
वादा याद दिलाने का अनोखा तरीका
चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने सरकार बनने के बाद 90 दिन के अंदर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन अतिथि शिक्षकों का कहना है कि एक साल बीतने के बाद भी उनकी ये मांग अब तक पूरी नहीं की गई है. जिससे मंडला जिले के लगभग 3200 अतिथि शिक्षक हड़ताल पर चले गए हैं. इन हड़तालियों ने पहले कलेक्ट्रेट रोड पर देश के महापुरुषों और संविधान की किताबों को रख कर कमलनाथ सरकार को जम कर विरोध किया.
अपनी मांगों को लेकर दंडवत अतिथि शिक्षक
अतिथि शिक्षकों ने कमलनाथ सरकार का ध्यान अपनी माँगों की तरफ ध्यान दिलाने के लिए सड़क पर लेट कर दण्डवत होते हुए नगर भृमण किया जिनमें विकलांग और अपने बच्चों को गोद पर लेकर आईं महिला अतिथि शिक्षक भी शामिल रहें.
अतिथि शिक्षकों का छलका दर्द
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि एक दशक से हम स्कूल में पढ़ा रहे हैं इसके बावजूद किसी भी सरकार ने सहानभूति पूर्वक हमारी मांगों पर विचार नहीं किया. दूसरी तरफ हमारी उम्र भी अब दूसरी नौकरी तलाशने की नहीं रही. ऐसी स्थिति में मानदेय समय पर ना दिया जाना और नियमित ना करने उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है.
अतिथि शिक्षकों भरोसे चल रहा स्कूल
जिले में लगभग 3200 के करीब अतिथि शिक्षकों के भरोसे प्रथमिक, माध्यमिक, हाई /हायर सेकंडरी स्कूल की पढ़ाई लिखाई हो रही है. कुछ स्कूल तो ऐसे भी हैं जिनमें नियमित शिक्षक ही नहीं हैं. ऐसे में इन सभी शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.
विदिशा में भी ज्ञापन सौंपा
विदिशा। आज संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ के बैनर तले जिलेभर से आए शिक्षकों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. अतिथि शिक्षको ने कांग्रेस सरकार के वचन पत्र को याद दिलाते हुए, अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की मांग की. साथ ही मांगें नहीं मानने पर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी.