मंडला। जनपद मवई में पदस्थ एक उपयंत्री यानी सब इंजीनियर को जबलपुर लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. दावा किया गया है कि वो माप पुस्तिका और सीसी जारी करने के बदले डेढ़ लाख की माँग कर रहा था, जिसकी पहली किश्त एक लाख रुपये भी जब्त किये गए.
कथित तौर पर ये टेबल के नीचे का सौदा मवई जनपद पंचायत में पदस्थ उपयंत्री मनोज भगेल के साथ हुआ था. आरोप है कि ग्राम पंचायत सारसडोली के सरपंच निरंजन धुर्वे से माप पुस्तिका और सीसी जारी करने के ऐवज में 1,50000 रु (डेढ़ लाख) की रिश्वत मांगी गई थी. जिसकी पहली किश्त यानी एक लाख रुपए लेकर वो सब इंजीनियर के पास पहुंचे थे.
सरपंच ने की थी शिकायत
बताया जा रहा है कि सरपंच निरंजन धुर्वे ने इस रिश्वतखोरी की जानकारी जबलपुर लोकायुक्त से की थी. टीम ने इसकी सत्यता की पुष्टि की उसके बाद जाल बिछा कर आरोपी को रंगे हाथों रिश्वत लेते धर दबोचा. जिस वक्त टीम ने भगेल को पकड़ा उस समय उसके हाथ में रिश्वत के एक लाख रुपए थे.
सरकारी आवास पर ली रिश्वत
आरोपी ने अपने सरकारी आवास पर तयशुदा राशि ली. जांच में पता चला है कि उप यंत्री यानी सब इंजीनियर ने यह राशि सीईओ जनपद को देने के नाम पर सरपंच से मांगी थी. बताया गया है कि गांव में एक पुलिया और सीसी रोड निर्माण की माप पुस्तिका भरने और कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र यानी NOC जारी करने के एवज में ये रिश्वतखोरी हुई.