मण्डला। केंद्र सरकार के सामने नंबर बढ़ाने और प्रमाण पत्र पाने की जल्दबाजी में लगभग 1 साल पहले ही मण्डला जिले को खुले में शौच मुक्त जिला यानि की ODF घोषित कर दिया गया. वहीं सरकारी आंकड़े बताते हैं कि मंडला जिले के लगभग 20 हजार से ज्यादा परिवार आज भी खुले में शौच करते हैं.
जिले के 20 हजार से ज्यादा शौचालय आज किसी काम के नहीं हैं. यह आंकड़े सरकारी पोर्टल पर उपलब्ध है. जिले को ODF यानि की खुले में शौच मुक्त घोषित कराने और प्रमाण पत्र पाने की जल्दबाजी में बिना किसी सर्वे या सत्यापन किए ही शौचालयों के निर्माण को पूर्ण दर्शाया गया, जबकि जमीनी हकीकत इससे एकदम अलग है.
क्या कहता है सरकारी सर्वे
⦁ जिले में कुल घरों की संख्या 2 लाख 2 हजार 639 है.
⦁ इनमें से 66 हजार 699 घरों का सत्यापन किया गया.
⦁ 1 लाख 35 हजार 940 घरों का सत्यापन किया जाना शेष है.
⦁ 66 हजार 699 घरों के सत्यापन में ही 20 हजार 685 शौचालय अनुपयोगी हैं.
बहुत से शौचालय में सीट गायब है, तो किसी में पानी की टंकी ही नहीं है. कहीं दरवाजे नहीं हैं तो कहीं छत नहीं या फिर शौचालय इस हाल में ही नहीं हैं कि उनका उपयोग किया जा सके. सीईओ जे समीर लकरा का कहना है कि इसमें अनियमितताएं तो हुई हैं. उन्होंने जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.