खरगोन। जिले के छोटे से गांव लोनारा में जन्मी 10 साल की कृष्णा यथा ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए अपने शहर का नाम रोशन किया है. कृष्णा ने बिना स्कूल गए करीब 6 साल की उम्र में 5वीं की परीक्षा पास कर ली थी और अब उसने 10 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा भी पास कर ली है.
कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही नजर आने लगते हैं. लोनारा गांव में 10 साल की कृष्णा यथा ने छोटी सी उम्र में अपनी तेज बुद्धि के दम पर सभी को हैरत में डाल दिया. कृष्णा ने बताया कि जब उनकी साढ़े छह वर्ष की उम्र थी, तब उन्होंने 5वीं कक्षा पास कर ली थी. कम उम्र में परीक्षा देने के चलते परमिशन को लेकर कुछ दिक्कतें जरूर आई थीं, लेकिन तत्कालीन शिक्षा मंत्री से स्पेशल परमिशन लेकर कृष्णा ने परीक्षा दी. जिसके बाद अब कृष्णा ने 10 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा भी पास कर ली है.
कृष्णा का कहना है कि वह बड़ी होकर आईएफएस ऑफिसर बनना चाहती है. वहीं कृष्णा के पिता अखिलेश ने बताया कि कृष्णा बचपन से ही तेज दिमाग की थी. उसने कम उम्र में बिना स्कूल गए किताब पढ़ना सीख लिया था. वह उम्र से ज्यादा शिक्षित हो चुकी थी, जिसके चलते हमने साढ़े छह साल की उम्र में कृष्णा को पांचवीं की परीक्षा दिलवाले के प्रयास किए.
कृष्णा के पिता अखिलेश गुप्ता ने बताया कि तत्कालीन स्कूली शिक्षा मंत्री से बात कर कृष्णा का आई क्यू टेस्ट करवाया गया. इस टेस्ट के बाद कृष्णा को 5वीं की परीक्षा की अनुमति मिल गई. यहीं नहीं कृष्णा मार्शल आर्ट में भी कमाल है. उसने कम समय में ही 3 बेल्ट भी जीत लिया है. वहीं कृष्णा के पिता ने दुख जताते हुए कहा कि गांव में रहकर इस विलक्षण प्रतिभा की धनी कृष्णा को शासन की ओर से प्रतिभा को उभारने के लिए सहयोग नहीं मिल पा रहा है.