खरगोन। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन ने आरोप लगाया है कि जिले के 6 विकासखंडों में से चार विकास खंड ट्रायबल मे आते हैं. सरकार आदिवासी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कई तरह से स्कूलों को सुविधाएं देने के लिए राशि भेजती है. परंतु लालफीताशाही के कारण ये राशि धरातल पर नहीं पहुंच पर रही है.
स्कूलों की हालत खस्ता : महाजन का कहना है कि सर्वशिक्षा अभियान के डीपीसी केके डोंगरे शिक्षा विभाग सर्वशिक्षा अभियान सहित एक अन्य विभाग का दायित्व संभाले हुए हैं, जबकि एक व्यक्ति एक पद का विधान है. परन्तु जिला प्रशासन द्वारा एक व्यक्ति को तीन पद देना कहां तक उचित है.
नौ करोड़ राशि का बंदरबांट : पूर्व विधायक महाजन ने स्कूलों के लिए मिलने वाली नौ करोड़ राशि के बंदरबांट का आरोप लगाते कहा कि पीएम मोदी के भ्रष्टाचार मुक्त देश की अवधारणा को लेकर जिले के कई स्कूलों का निरीक्षण किया गया, जिसमें पाया कि स्कूलों कि मरम्मत के अभाव में बारिश का पानी टपक रहा तो कहीं टाट-पट्टियां फ़टी हैं. इसमें डीपीसी और बीआरसी मिलकर भ्र्ष्टाचार मे लिप्त हैं. इसकी शिकायत मैंने कलेक्टर से की है.
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एसडीएम तो सौंपी जांच : पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन के सर्व शिक्षा अभियान के हुए घोटाले के बाद कलेक्टर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीएम को जांच के लिए आदेशित किया है. इस मामले को लेकर जिला पंचायत सीईओ शर्मा ने बताया कि इस मामले मे एक कमेटी बना कर एसडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं. जांच के आधार पर कार्रवाई कि जाएगी.