खरगोन। प्रसिद्ध पर्यटक स्थल महेश्वर के सुरम्य घाटों पर मां नर्मदा के आंचल में अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले नाविक संघ ने सांसद को अपनी परेशानी बताते हुए, महेश्वर में नाव चलाने की अनुमति देने की मांग की है. नाविक संघ के जितेंद्र केवट ने बताया कि बीते चार माह से लगे लॉकडाउन में नाविक परिवारों को भूखे मरने की नौबत आ गई है. बीते चार माह से शासन प्रशासन की ओर से नाविकों को किसी तरह की कोई मदद नहीं की गई है. अनलॉक में सब खुल चुका है तो नाव भी शुरू करने की परमिशन भी दी जानी चाहिए. नाविक संघ ने बताया कि एक सप्ताह पहले ही ओंकारेश्वर में नाव चलना प्रारंभ हो चुका है, लेकिन खरगोन के पर्यटन स्थल महेश्वर में नाव अभी भी बंद है.
नाविक संघ ने कहा कि पूरा महेश्वर खुल चुका है. महेश्वर के सारे बाजार खुल चुके हैं, लेकिन सिर्फ घाट को बंद रखा गया है. जिससे नाविक के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. नाविक संघ के लोगों का कहना है कि चूंकि पर्यटक भी महेश्वर में आने लगे हैं. इसलिए हमने सांसद से मुलाकात कर नाव चलाने की अनुमति दिलाने की गुजारिश की है.
4 माह से बेरोजगार
पार्षद जीतेंद्र केवट ने बताया कि महेश्वर में कुल 400 लोगों का परिवार है और कोरोना के कारण सभी लोग बेरोजगार है. नाव से ही उनकी रोजी रोटी चलती है. पार्षद ने कहा कि नाविकों की समस्या के समाधान के लिए कोई भी सामने नहीं आ रहा है. इस मामले में ना शासन उनकी मदद कर रहा है और ना ही कोई सुनवाई हो रही है.
सांसद गजेंद्र पटेल ने इन नाविकों की समस्या को लेकर कहा, हमने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस मामले से अवगत करा दिया है. जिसके तहत नाविकों को लेकर खंडवा सहित कुछ जिलों में अनुमति भी मिल चुकी है. सांसद ने कहा कि उनकी ओर से यही कोशिश रहेगी कि जल्द से जल्द नाविकों की समस्या का समाधान हो जाए.