खरगोन। बड़वाह के सुपुत्र आर्मी के हवलदार सुनील बामनिया को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गई. मंगलवार को नर्मदा तट के मुक्तिधाम में शहीद का अंतिम संस्कार किया गया. शहीद सुनील बामनिया की उम्र 34 साल थी और वे पिछले 13 सालों से भटिंडा आर्मी में अपनी सेवाएं दे रहे थे. उनकी अंतिम विदाई के दौरान लगों की आंखें नम हो गईं.
दिवाली मनाने आए थे घर
शहीद सुनील भटिंडा आर्मी में हवलदार के पद पर पदस्थ थे. वे पहली बार दिवाली का पर्व परिवार के साथ मनाने के लिए काटकूट फाटे स्थित अपने घर आए थे. सोमवार सुबह ड्यूटी पर जाने के लिए अपनी पत्नी बच्चों के साथ रवाना हो रहे थे. इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिस पर परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए, इसके बाद बड़वाह के शासकीय अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टोरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
मंगलवार को काटकूट फाटे स्थित उनके शव को भटिंडा से पहुंचे सेना के जवानों ने तिरंगे में लपेटा. इसके बाद सैनिक सम्मान के साथ शवयात्रा को नावघाट खेड़ी स्थित नर्मदा तट मुक्तिधाम ले जाया गया. जहां उनकों आखिरी विदाई दी गई.