खरगोन। रेत माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे अब स्कूलों और घरों को तोड़ने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला खरगोन के सनावद थाना क्षेत्र के मर्दाना गांव में सामने आया है, जहां रेत माफिया ने विकलांग के स्कूल को तोड़ दिया है. वहीं माफिया की मनमानी के विरोध में मछुआरा संघ ने गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के नाम ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
दिव्यांग स्कूल की संचालिका के मुताबिक इलाके में रेत माफिया का आतंक दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है. स्कूल संचालिका ने स्थानीय विधायक की शह पर आरोप लगाते हुए कहा कि रेत माफिया ने स्कूल को तोड़ा है और वहां से रेत निकालने का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही स्कूल संचालिका ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने से बच रही है. क्योंकि शिकायत दर्ज होने के बाद भी विधायक के दबाव के चलते पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. स्कूल संचालिका ने बताया कि रेत माफिया द्वारा स्कूल तोड़ दिया गया है साथ ही स्कूल के कम्प्यूटर, दस्तावेज और बच्चों के रिकॉर्ड जला दिए गए हैं.
भारतीय मछुवारा संघ के प्रदेशाध्यक्ष मनोज वर्मा ने कहा कि रेत माफिया की मनमानी की वजह से दिव्यांग स्कूल तोड़ दिया गया. इसके साथ ही लोगों के मकान तोड़ दिए गए और खेतों की खड़ी फसलें उजाड़ दी गई हैं. इन सबके बाद भी पुलिस अभी तक कार्रवाई नहीं कर पाई है. मछुवारा संघ के प्रदेशाध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि क्षेत्रीय विधायक के दबाव में पुलिस कार्रवाई से बच रही है. मछुवारा संघ के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि अगर सही समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो मछुआरा समाज सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा.