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खंडवा: किसानों का चक्काजाम बेअसर, आधे घंटे में ही आंदोलन खत्म

खंडवा में कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानाें ने हाइवे जाम किया.

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किसानों का चक्काजाम बेअसर
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Published : Feb 6, 2021, 10:45 PM IST

खंडवा: कृषि कानूनों के खिलाफ शनिवार काे देशभर में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानाें ने हाइवे जाम किया. खंडवा में भी शनिवार दोपहर चक्काजाम महज रस्म अदायगी बनकर रह गया. 70 से अधिक किसान और कांग्रेस नेता कृषि कानून को वापस लेने की मांग करते हुए इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर बैठ गए. तीन घंटे का आंदोलन करीब आधे घंटे के अंतराल में ही खत्म हो गया. कृषि कानून को वापस लेने की मांग करते हुए एसडीएम ममता खेड़े को एक ज्ञापन दिया. जिले में किसान आंदोलन का असर देखने को नहीं मिला.

मजदूर महासंघ का प्रदर्शन

शनिवार को दोपहर में करीब एक बजे संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस नेता और किसान छैगांवमाखन चौराहे पर जमा हुए. छैगांवमाखन की मंडी में सुबह करीब 11 बजे से किसानों को एकत्रित होना था. लेकिन दोपहर करीब 12 बजे तक मंडी में सन्नाटा पसरा रहा. 12 बजे के बाद यहां कांग्रेस कार्यकर्ता, मोर्चा के पदाधिकारी और किसानों के आने का सिलसिला शुरू हुआ. इसके बाद इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर चक्काजाम करते हुए कार्यकर्ता और किसानों ने कृषि कानून के विरोध में जमकर नारेबाजी की. हालांकि प्रदर्शन करने वालों की संख्या इतनी भी नही रही की जिससे हाइवे से गुजरने वालें वाहनों को अधिक परेशान होना पड़े. करीब आधे घंटे तक विरोध प्रदर्शन के बाद आंदोलन खत्म हो गया.

सुबह से तैनात रहे पुलिसकर्मी

आंदोलन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी. 100 से अधिक पुलिसकर्मी आंदोलन को लेकर सुबह से तैनात रहे. आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने इंदौर-इच्छापुर हाइवे से गुजरने वाले वाहनों काे निकालने के लिए मार्ग को डायवर्ट कर रखा था. लेकिन आंदोलन आधे घंटे में खत्म हो जाने से पुलिस को अधिक परेशान नहीं होना पड़ा.

खंडवा: कृषि कानूनों के खिलाफ शनिवार काे देशभर में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानाें ने हाइवे जाम किया. खंडवा में भी शनिवार दोपहर चक्काजाम महज रस्म अदायगी बनकर रह गया. 70 से अधिक किसान और कांग्रेस नेता कृषि कानून को वापस लेने की मांग करते हुए इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर बैठ गए. तीन घंटे का आंदोलन करीब आधे घंटे के अंतराल में ही खत्म हो गया. कृषि कानून को वापस लेने की मांग करते हुए एसडीएम ममता खेड़े को एक ज्ञापन दिया. जिले में किसान आंदोलन का असर देखने को नहीं मिला.

मजदूर महासंघ का प्रदर्शन

शनिवार को दोपहर में करीब एक बजे संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस नेता और किसान छैगांवमाखन चौराहे पर जमा हुए. छैगांवमाखन की मंडी में सुबह करीब 11 बजे से किसानों को एकत्रित होना था. लेकिन दोपहर करीब 12 बजे तक मंडी में सन्नाटा पसरा रहा. 12 बजे के बाद यहां कांग्रेस कार्यकर्ता, मोर्चा के पदाधिकारी और किसानों के आने का सिलसिला शुरू हुआ. इसके बाद इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर चक्काजाम करते हुए कार्यकर्ता और किसानों ने कृषि कानून के विरोध में जमकर नारेबाजी की. हालांकि प्रदर्शन करने वालों की संख्या इतनी भी नही रही की जिससे हाइवे से गुजरने वालें वाहनों को अधिक परेशान होना पड़े. करीब आधे घंटे तक विरोध प्रदर्शन के बाद आंदोलन खत्म हो गया.

सुबह से तैनात रहे पुलिसकर्मी

आंदोलन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी. 100 से अधिक पुलिसकर्मी आंदोलन को लेकर सुबह से तैनात रहे. आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने इंदौर-इच्छापुर हाइवे से गुजरने वाले वाहनों काे निकालने के लिए मार्ग को डायवर्ट कर रखा था. लेकिन आंदोलन आधे घंटे में खत्म हो जाने से पुलिस को अधिक परेशान नहीं होना पड़ा.

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